कैसे करें सीजनल एलर्जी से बचाव, पढ़ें पूरी खबर…

By: May 19th, 2023 7:32 pm

बच्चा अगर बहुत ज्यादा थकान का शिकार होता हो, उसे सर्दी-जुकाम बना रहता हो, नाक में खुजली हो तो उसे एलर्जी हो सकती है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कमजोर होने के कारण बच्चे जल्दी एलर्जी का शिकार हो जाते हंै…

मौसम बदलने के कारण जो एलर्जी होती है, उसे सीजनल एलर्जी कहते है, जिसमें जुकाम,खांसी,गला खराब होना और बुखार आदि शामिल है। बच्चा अगर बहुत ज्यादा थकान का शिकार होता हो, उसे सर्दी-जुकाम बना रहता हो, नाक में खुजली हो तो उसे एलर्जी हो सकती है।
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कमजोर होने के कारण बच्चे जल्दी एलर्जी का शिकार हो जाते हंै। यहां बच्चों को सीजनल एलर्जी से बचाने और इसके लक्षणों के बारे में कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिनके सहारे आप अपने बच्चों को इस सीजनल एलर्जी से बचा सकते हैं।

सीजनल एलर्जी से बच्चों में बीमारियां
मौसम में बदलाव होने से बच्चों में दूषित पानी और खान-पान के कारण एलर्जी, दस्त, पीलिया और डायरिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

सीजनल एलर्जी के लक्षण
सीजनल एलर्जी के लक्षणों में आंखों में जलन होना, जुकाम,गला खराब होना, बहती नाक या बंद नाक, उल्टी, दस्त, कमजोरी और बुखार मुख्य रूप से शामिल है।

सीजनल एलर्जी से बचाव के तरीके
अगर आप बच्चों को एलर्जी से बचाना चाहते हैं, तो अपने घर के आसपास गंदगी को न रहने दें। अपने घरों में अधिक से अधिक खुली और ताजा हवा आने दें। जिन खाद्य पदार्थों से एलर्जी होती है, उन्हें बच्चों को न खाने दें। मौसमी नमी से बच्चों को बचाएं और इसके अलावा एकदम गर्म से ठंडे और ठंडे से गर्म वातावरण में न जाने दें। बाहर निकलते समय उनका मुंह ढक कर बाहर निकालें। पालतू जानवरों से बच्चों को दूर रखें, अगर उनसे एलर्जी है, तो उन्हें घर में न रखें। जिन पौधों के पराग कणों से एलर्जी है, उनसे दूर रहें। धूल-मिट्टी से बच्चों को बचाएं, यदि धूल-मिट्टी भरे वातावरण में काम करना पड़े , तो फेस मास्क पहन कर ही काम करें।

सीजनल एलर्जी में उपचार के तरीके
बाहर निकलते समय मुंह ढक कर निकलना, बाहर का भोजन न करना, मार्केट में मिलने वाले पेय पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक, गन्ने का जूस,

गोलगप्पे के सेवन से बचें।
हल्दी में प्रभावी तौर पर एंटीऑक्सीडेंट के साथ एंटीएंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं, जो एलर्जी जनित लक्षणों को ठीक करने में सहायक हो सकते हैं। हल्दी को शहद के साथ मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है। गर्म पानी का सेवन करने से श्वसन तंत्र साफ रहता है, जिससे सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। बच्चों को बदलते मौसम में होने वाली एलर्जी से बचाने के लिए माता-पिता को अपने बच्चे पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जितना हो सके बच्चों को घर का बना हुआ फ्रेश खाना की खिलाएं। बासी खाना न दें।


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