सांस्कृतिक संध्या से ही शहीद कल्याण सिंह को नमन

ग्रामीणों की आपसी रंजिश के कारण नहीं हो पाया हलाहं में जिला स्तरीय शहीद कल्याण सिंह मेमोरियल मेला
उदय भारद्वाज-शिलाई
उपमंडल शिलाई के हलाहं में आयोजित 23वां जिला स्तरीय शहीद कल्याण सिंह मेमोरियल मेला भले ही ग्रामीणों की आपसी रंजिश के कारण नहीं हो पाया, लेकिन मेला आयोजक समिति की ओर से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। समिति द्वारा आमंत्रित किए गए जौनसार बाबर के स्टार गायक अज्जू तोमर सांस्कृतिक संध्या के स्टार गायक रहे। सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ पंचायत के पूर्व उपप्रधान केदार सिंह व विशिष्ट अतिथि नितिन चौहान ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्वलित करके किया। उसके पश्चात जौनसारी स्टार गायक अज्जू तोमर ने जैसे ही मंच संभाला तालियों की गडग़ड़ाहट से सारा पंडाल गूंज उठा। सर्वप्रथम अज्जू तोमर व सह-गायक अनूप चांटा ने शहीद कल्याण सिंह को मंच से याद कर नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके पश्चात शहीद पर बना गीत चोटे कारगिल देणी बचाए गीत से कार्यक्रम की शुरुआत की।
इसके बाद शोरू पड़े ओला, खड़े दे होली बगिने, मुखे आदितो बुरी, तेरे लाइये टों-टों टों सहित दर्जनों गीत गाकर दर्शकों को जमकर नचाया। कार्यक्रम के दौरान अज्जू तोमर ने जौनसारी, सिरमौरी, बाउरी, जुबली गीतों की झड़ी लगा दी। सह-गायक अनूप चांटा ने भी आधा दर्जन के करीब पहाड़ी गीत पेश किए। अज्जू तोमर ने दिव्य हिमाचल को जानकारी देते हुए बताया कि आज मुझे शहीद की इस माटी पर गाते हुए गर्व महसूस हो रहा है, लेकिन दुख इस बात का है कि शहीद मेला आपसी रंजिश की भेंट चढ़ा, लेकिन वीर सपूत की इस धरती को वह सेल्यूट करते हैं। देर रात तक उन्होंने दर्शकों को जमकर नचाया। मेले के दौरान अज्जू तोमर के साथ शहीद के परिजनों ने सैल्फी भी खिंचवाई। इस मौके पर मुख्यातिथि ने अज्जू तोमर को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान समिति के अध्यक्ष कुंदन सिंह ठाकुर, महासचिव जंगली राम सहित क्षेत्र के बुद्धिजीवी व ग्रामीण मौजूद रहे। (एचडीएम)