सज्जन राजी हो जावे फेर भी रौला नइयों पाइदा…पर झूमा शिमला

समर फेस्टिवल की तीसरी संध्या में मशहूर सूफी गायक सतिंदर सरताज ने जमाई महफिल
स्टाफ रिपोर्टर—शिमला
समर फेस्टिवल की तीसरी शाम मशहूर सूफी गायक व शायर सतिंदर सरताज के नाम रही। सरताज की रूहानी ने आवाज ने समर फेस्विल में खूब समा बांधा। सरताज को देखने के लिए हजारों की संख्या में रिज पर भीड़ उमड़ी। सतिंदर सरजात के स्टेज पर आते ही सरताज के नाम के हूटिंग शुरू हुई। दर्शकों से मिले अभिवादन को स्वीकार कर सरताज ने सांई वे साडी फरियाद तेरे तांई गीत के साथ महफिल का आगाज किया।
इसके बाद सजन राजी हो जावे ते रौला नइयों पाइदा, सानू प्यार दिया चढिय़ा खुमारियां, कीते नी तेरा रूतबा घटदा, हीरिये फकीरिये जैसे गीतों की झड़ी लगा दी। इन प्रस्तुतियों पर झूमते पंडाल ने साबित कर दिया कि सतिंदर ही सरताज हैं। बता दें कि पहली बार सतिंदर सरताज शिमला आए और समर फेस्टिवल में अपने गानों से लोगों का खूब मनोरंजन किया। इस संध्या को देखने के लिए चार बजे से ही लोगों ने अपनी कुर्सियों पर कब्जा कर लिया था। वहीं बाद में कई लोगों के पास भी थे, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं मिल पाई। ऐसे में लागों ने बैठक से बाहर खड़े होकर ही सतिंदर सरताज का स्वागत किया और उनको सुना। वहीं पंजाब हरियाणा और चंडिगढ से लोग विशेष तौर उनको सुनने पहुंचे थे, जिससे शहर में जाम भी लगा रहा।

माल रोड में इतनी भीड़ हो गई थी कि लोगों का आर पार निकलना भी मुश्किल हो गया था। इस सांस्कृतिक संध्या में लोग सायं चार बजे से सूफी गायक सतिंदर सरताज को सुनने के लिए रिज मैदान में टकटकी लगाकर बैठे रहे। जैसे ही गायक मंच पर पहुंचे तो हजारों दर्शकों ने खड़े होकर अभिवादन किया और दर्शकों को शोर तब तक बंद नहीं हुआ, जब तक उन्होंने गाना शुरू नहीं किया। अंतर्राष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव शिमला के तीसरे दिन स्थानीय एवं प्रदेश के अन्य जिलों के कलाकार अपनी प्रस्तुति दी। तीसरी सांस्कृतिक संध्या में सीएम सुखविंदर ङ्क्षसह सुक्ख और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह मुख्यातिथि रहे । अन्य कलाकारों में हैरी, इंदु, अरुण जस्टा, राजेश मालिक और इंदरजीत ने भी दर्शको को झूमने पर मजबूर कर दिया। फैशन शो, मंच पर विभिन्न स्कूलों की प्रस्तुतियां, पुलिस रिपोर्टिंग रूप के सामने पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र वादन की प्रस्तुति एवं उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के कलाकारों ने जबरदस्त प्रस्तुतियां दी।

आज मोनाली ठाकुर गाएंगी मोह-मोह के धागे
समर फेस्टिवल की आखिरी संध्या में बालीवुड की मशहूर पाश्र्व गायिका मोनाली ठाकुर के नाम होने वाली है। मोनाली ठाकुर मोह-मोह के धागे, संवार लू जैसे गीतों के लिए मशहूर है। इन गीतों के साथ रविवार को वह शिमला में भी समां बांधने वाली है। वहीं समर फेस्टिवल की आखिरी सांस्कृतिक संध्या पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे।