जयदीप रिहान-पालमपुर
मई महीने में जब सूर्यदेव पूरे यौवन पर होते हैं और गर्मी के रिकार्ड टूटते हैं, इस साल इंद्रदेव ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। इस वर्ष मई के महीने में साल के पहले चार माह की अपेक्षा ज्यादा बारिश हुई है और तापमान औसत से नीचे दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार मई में प्रदेश में बारिश का सामान्य आंकड़ा 63.3 एमएम रहता है जबकि इस बार 116.8 एमएम दर्ज की गई है जो कि औसत से 84 फीसदी अधिक है। जून के महीने का आगाज हो गया है, लेकिन लोग गर्म कपड़े पहने नजर आ रहे हैं। इस वर्ष जनवरी के महीने में 86.2 एमएम बारिश हुई थी जो कि औसत से कुछ अधिक थी। फरवरी माह में प्रदेश में सिर्फ 29.8 एमएम बारिश दर्ज की गई थी जो कि सामान्य से 71 प्रतिशत कम थी।
मार्च में 66.3 एमएम बारिश हुई और यह आंकड़ा औसत से 42 प्रतिशत कम रहा। अप्रैल में भी बारिश का ग्राफ 100 एमएम तक नहीं पहुंच पाया और इस साल मई के महीने में बारिश का आंकड़ा 100 एमएम को पार कर गया। साल के पहले चार महीनों में जहां कम बारिश ने किसानों को चिंतित किए रखा। मई के महीने में मौसम का अलग का मिजाज देखने को मिला। प्रदेश के दो जिलों में बारिश का आंकड़ा सामान्य से 200 प्रतिशत अधिक तो पांच जिलों में 100 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई। -एचडीएम
सोलन में सबसे अधिक
मई में सबसे अधिक 175.7 एमएम बारिश सोलन में हुई और यह आंकड़ा औसत 49.3 एमएम से 256 फीसदी ज्यादा रहा। सिरमौर में बारिश का ग्राफ 168 एमएम तक जा पहुंचा जो कि सामान्य 42.5 एमएम से 295 फीसदी अधिक है। चंबा में 166.1 एमएम बारिश दर्ज की गई है और यह आंकड़ा औसत 98.5 एमएम से 69 प्रतिशत अधिक है। कुल्लू में 158.1, मंडी में 139.1, शिमला में 136, कांगड़ा में 133, बिलासपुर में 93.7, लाहुल में 76.1, हमीरपुर में 75.6 और ऊना में 74.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है।