अधिवेशन में न बात सुनी, न ही मसले सुलझाए

बीडीटीएस के साधारण अधिवेशन को विपक्ष ने दिया असफल करार
निजी संवाददाता-बरमाणा
बरमाणा में संपन्न हुए बीडीटीएस के साधारण अधिवेशन को विपक्ष ने असफल करार दिया है। बीडीटीएस के पूर्व नियंत्रक और बीडीटीएस प्रधान जीत राम गौतम ने मौजूदा कार्यकारिणी के फैसलों को तानाशाही करार देते हुए कहा कि आय-व्यय के मसले को छोड़ उन्होंने सभी मुद्दों पर असहमति जताई तथा नकार दिया है। उन्होंने कहा कि अधिवेशन में ट्रक ऑपरेटरों ने लोडिंग व अनलोडिंग के साथ डीजल की बढ़ती कीमतों के अनुसार वार्षिक बढ़ोतरी तथा अन्य मुद्दों पर ऑपरेटरों ने चर्चा करनी चाही, लेकिन बीडीटीएस प्रबंधन ने उनकी आवाज को अनसुना कर दिया, जिससे ऑपरेटर असंतुष्ट दिखे। वहीं ध्यान सिंह ठाकुर ने कहा कि जब प्रबंधन समिति से रेलवे और फोरलेन को लेकर पूछा गया तो संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए।

इस अधिवेशन में डिमांड ऑफ लाइन की चर्चा हुई जिसे ऑपरेटरों ने पूरी तरह से नकार दिया। उन्होंने कहा कि ट्रकों की डिमांड को ऐप के माध्यम से ही किया जाए। उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन को लेकर ऑपरेटरों में एक सकारात्मक निर्णय की आशा थी कि मौजूदा कार्यकारिणी ऑपरेटरों के हितों की बात करेगी लेकिन मौजूदा पदाधिकारियों ने अनुभवहीनता और निष्क्रियता के चलते ऑपरेटरों की उम्मीदों पर जब पानी फिरता नजर आया, तो अधिकांश ऑपरेटर अधिवेशन से बाहर निकल गए। इस बैठक में राजेश ठाकुर, कश्मीर सिंह चंदेल, बालक राम कपिल, राज कुमार शर्मा, सुभाष कपल व रतन लाल ठाकुर मौजूद रहे।