शिमला का शाली माता मंदिर

By: Jun 3rd, 2023 12:22 am

गतांक से आगे…
360 डिग्री का अवलोकन इस चोटी से आसानी से दिख जाता है। इस चोटी को समुद्रतल से लगभग 9,545 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माना जाता है। यहां से आप मशोबरा, रिज द माल, कुमार हाउस, महिंद्रा मशोबरा, शिमला दूरदर्शन भी देख सकते हैं। श्रीखंड कुल्लू, सिरमौर की चूड़धार, किन्नौर के किन्नर कैलाश की चोटियां भी आसानी से दिखती है। कहते हैं कि वर्षा के बाद साफ दिन पर बद्रीनाथ से संबंधित चोटियों को भी यहां से देखा जाता है। अब नीचे हमारे सभी साथी उठ चुके थे और चोटी पर पहुंचने के लिए उत्साहित होते हुए हमारा साथ देने के लिए उपर आ रहे थे। उन्होंने भी पुराने मंदिर के दर्शन किए चारों ओर अवलोकन किया। अजीब सी शांति प्राप्त होने के बाद सब साथी नीचे उतरे। पुजारी जी ने भी जो स्नान के लिए थोड़ा बहुत गर्म जल का प्रबंध किया था, उसी जल से स्नान कर मां शाली देवी जिसे मां काली का रूप माना जाता के दर्शन अस्थायी मंदिर में किए, पुजारी जी ने प्रसाद वितरित किया। हम सब ने प्रार्थना की, मन्नत मांगी पुजारी जी का धन्यवाद किया और नीचे उतरना शुरू हो गए। उतरना शुरू किया तो सुबह-सुबह आसमान साफ होने के कारण शुरू में दृश्यता बिलकुल साफ थी। लगातार उतरने के करीब एक घंटे के बाद भूख ने कदम रोकने शुरू कर दिए थे।

हमारे तीसरे मुख्य साथी संजय जी के परिजनों द्वारा साथ बांधे खाने ने इस समय भरपूर आनंद दिया। साथ बांधा खाने का टिफन अब काम आया। वैसे भी कहावत सिद्ध है कि भुख में किवाड़ भी पापड़ लगते हैं। चाय बनाई गई और स्वादिष्ट चाय से आनंद दोगुना हुआ। लेकिन यह आनंद जल्दी ही काफूर हो गया, क्योंकि खाना खाने के लिए यहां समय व्यतीत करना बहुत भारी पड़ा। धीरे-धीरे शुरू हुई वर्षा की हल्की बूंदों ने अब विकराल रूप धारण कर लिया था। आठ सदस्यों वाली, टीम शाली टिब्बा का सबसे छोटा सदस्य गौरव तो पूरी तरह से भीग गया। तेज होती वर्षा ने नीचे उतरने की गति को भी काफी कम कर दिया था और सब अपने भीगने पर कम ध्यान देते हुए अपने-अपने मोबाइलों को वर्षा से गहरी धुंध में भी रक्षा करते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। जैसे-तैसे वाहन योग्य सडक़ पर निजी वाहन के खड़े होने के स्थल तक नीचे पहुंचने की दौड़ में मैं प्रथम आया। धीरे-धीरे, बारी-बारी सब वाहन तक पहुंचने लगे। वर्षा थी के सिद्ध कर रही हो कि यह मई का महीना न होकर दिसंबर का महीना है। थोड़ी ही देर में वाहन की सवारियां पूरी हो गई और आधार कैंप गुलथानी में संजय जी के घर में कुछ देर तक विश्राम करने के बाद शिमला की ओर रवाना हो गए। आकाशवाणी शिमला के समाचार एकांश में मेरा और सुरेश जी का इंतजार खेमराज जी और रजनी जी बहुत बेसब्री से कर रहे थे। इतनी शीघ्रता से यात्रा पूरी कर हमने सबके साथ उन्हें भी चौंका दिया था। इस तरह पूरी हुई एक यात्रा शिमला के समीप शाली चोटी पर स्थित शाली माता मंदिर की।                                                                           -अनुराग पराशर, शिमला


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App