भयंकर बाढ़ ने लाहुल के सब्जी उत्पादकों को किया कंगाल

लाहुल में फूलगोभी 40-55 से 10-15 रुपए और ब्राकेली 180 से 45 रुपए तक पहुंची, एक से 7 जुलाई तक उत्पादकों को मिले थे बढिय़ा दाम

गिरीश वर्मा -पतलीकूहल
लाहुल में अंग्रजी सब्जियों को उगाने वाले उत्पादकों को नौ जुलाई से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ब्यास नदी में आई बाढ़ से जहां कुल्लू का संपर्क अन्य जिलों से कट गया वहीं पर लाहुल के सब्जी उत्पादकों की फसल वाहनों में सडने पर मजबूर है। कई लोगों ने तो फूलगोभी व ब्रोकली को खेतों में ही छोड़ दिया है। पंडोह डैम के पास एनएच के अबरूद्व होने से जहां लाहुल के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं पर कुल्लू घाटी के सेब उत्पादकों को भी एनएच के अबरूद्व होने से सेब को समय पर देश की सुदुर सब्जी मंडियों में पहुंचाने में बहुत देर हो रही है।

हांलाकि घाटी में मई-जून महीने में ब्रोकली 25 से 60 रुपए किलो बिकी मगर एक जुलाई से सात जुलाई तक दाम में भारी इजाफा हुआ था, जिसमें ब्रोकली 180 रुपए प्रति किलो बिकी, मगर नौ जुलाई के बाद सभी सब्जी दाम एक दम गिर गए और कई उत्पादकों ने तो फसल को खेतों में ही रहने दिया। जुलाई महीने के पहले सप्ताह में उत्पादकों की जेबें भर रही हैं। अंग्रेजी सब्जी उत्पादकों का कहना है ब्रोकली व आईस बर्ग के दामों पिछले एक सप्ताह से भारी उछाल आया है। (एचडीएम)

सडक़ खराब होने से सब्जियों को नहीं मिल रहे खरीददार
सब्जी उत्पादक वरूण व राम किशोर ने कहा कि वह डोभी क्षेत्र से दिल्ली की सब्जी मंडी में ब्रोकली व आईस बर्ग को भेज रहें हैं जिससे उन्हें उसके बढिया दाम मिले।नौ जुलाई से जब से एनएच की खस्ता हालत हुई है उससे सब्जी के खरीददार हिचकिचा रहें हैं। इस बार जिस तरह से मौसम का मिजाज सभी फसलों पर भारी रहा उससे सब्जी उत्पादकों को काफी निराशा हुई है, मगर अब जैसे-जैसे कई क्षेत्रों में ब्रोकली अंतिम चरण में है इससे दाम बढऩे लगे हैं। लाहुल की ब्रोकली अब दिल्ली की मार्केट में जा रही है, जिससे उत्पादकों को बढिय़ा दाम मिल रहें हैं। कुल्लू-मनाली में अब ब्रोकली व आईसबर्ग की फसल जून के महीने में ही समाप्त हो गई थी। लेकिन लाहुल में 40 से 55 रुपए प्रति किलो बिकने वाली फूलगोभी के दाम इन दिनों 10 से 15 रूपये प्रति किलो रह गए हैं। पिछले तीन-चार दिन से घाटी में बरसात के थमने से मौसम खुशगवार हुआ है। हांलाकि ब्रोकली की खरीद 40 से 45 रूपये जा रही है लेकिन पंडोह में फिर से सब्जी व फलों से लदे वाहन एक बार फिर एनएच पर भूस्खलन होने के कारण अबरूद्व हो गया जिससे विशेषकर लाहौल के सब्जी उत्पादकों के लिए यह वर्ष कंगाली पर पहुंचा रहा है।