अमरीका ने चोरी-छिपे पाक से खरीदे हथियार, फिर सामने आया पाकिस्तान का दोहरा चेहरा, की थी सीक्रेट डील

By: Sep 19th, 2023 12:07 am

फिर सामने आया पाकिस्तान का दोहरा चेहरा, आईएमएफ बेलआउट पैकेज के लिए अमरीका से की थी सीक्रेट डील

एजेंसियां — वाशिंगटन

पाकिस्तान का दोहरा चेहरा एक बार फिर सामने आया है। आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान ने इससे बाहर निकलने के लिए जो किया है, उससे रूस की बौखलाहट बढ़ सकती है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बेलआउट पैकेज लेने के लिए पाकिस्तान ने पिछले दिनों अमरीका के साथ हथियारों की एक बड़ी सीके्रट डील की थी। यह डील यूक्रेनी सेना को मदद पहुंचाने के लिए चोरी छिपे की गई। अमरीका ने पाकिस्तान से हथियार लेकर उन्हें रूस से जंग लड़ रहे यूक्रेन को दिया। इसका खुलासा पाकिस्तान और अमरीका के गोपनीय दस्तावेजों से हुई है। इस खुलासे के बाद पाकिस्तान में हलचल मच गई है। अमरीकी मीडिया हाउस द इंटरसेप्ट ने दावा किया है कि पाक को आईएमएफ से तीन बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज दिलाने में अमरीका ने अहम भूमिका निभाई थी। द इंटरसेप्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2022 में, अमरीका के प्रोत्साहन से पाकिस्तानी सेना ने प्रधानमंत्री इमरान खान को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव की भूमिका बनाई।

इमरान के हटने के बाद पाकिस्तान रूस और यूक्रेन युद्ध में अमरीका व उसके सहयोगियों के लिए एक उपयोगी समर्थक के रूप में उभरा। इस तरह की मदद के लिए ही अमरीका ने आईएमएफ से कर्ज में पाक की मदद की है। हथियारों के लेन-देन का विवरण देने वाले रिकॉर्ड इस साल की शुरुआत में पाकिस्तानी सेना के एक सूत्र की ओर से द इंटरसेप्ट में लीक किए गए थे। इस डॉक्यूमेंट में स्पष्ट होता है कि यह डील मार्च 2022 से अप्रैल, 2023 के बीच में अमरीका और पाकिस्तान की आपसी सहमति से हुई। दस्तावेजों के अनुसार, हथियारों के सौदों में ग्लोबल ऑर्डनेंस की सहायक कंपनी ग्लोबल मिलिट्री प्रोडक्ट्स की ओर से बीच की भूमिका निभाई गई थी। पाकिस्तान को युद्ध के लिए आवश्यक बुनियादी हथियारों के उत्पादन केंद्र के रूप में जाना जाता है।

अचानक बदला स्टैंड

यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में पाकिस्तान बिलकुल तटस्थ था। जब संघर्ष शुरू हुआ तब पाक के पीएम इमरान खान रूसी दौरे पर थे। वहां उन्होंने पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। इस बात से अमरीका नाराज हो गया था। इसके बाद अमरीका के जरिए पाक ने उल्टा यूक्रेन को मदद पहुंचाई। हालांकि इस मदद का फायदा पाक को आईएमएफ के बेलआउट पैकेज के रूप में मिला। वहीं रूस पाक के इस कदम से नाराज होगा। दरअसल, पाक समय समय पर रूस से खास दोस्ती की बात करता है और उससे मदद भी मांगता है, लेकिन इस तरह चोरी-छिपे यूक्रेन की मदद करने से रूस भी नाराज हो जाएगा।