ट्रेनिंग के बाद भी नहीं मिली प्रोमोशन, एक साल से इंतजार कर रहे पुलिस कर्मचारी
स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
पुलिस विभाग में पदोन्नति की ट्रेनिंग करने के एक साल बाद भी पुलिस कर्मियों को अभी तक पदोन्नति नहीं मिल पाई है। पदोन्नति का इंतजार कर रहे हवलदार से एएसआई के पद के लिए पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग किए हुए एक साल से भी अधिक समय बीत गया है, लेकिन अभी तक पुलिस कर्मियों को पदोन्नति नहीं मिल पाई है। प्रदेश की लोकप्रिय सरकार ने बीते 17 जुलाई को पुलिस कर्मियों की पदोन्नति के आदेश जारी किए थे जो मात्र चार घंटे के अंतराल के बाद वापस ले लिए गए थे।
उसके बाद सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर पर पदोन्नत होने वाले कुछ पुलिस कर्मियों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद कोर्ट के आदेशों पर सब इंस्पेक्टरों को इंस्पेक्टर के पद पदोन्नत किया था। पुलिस कर्मियों को समय पर पदोन्नति न मिलने के कारण बिना पदोन्नति के ही कई पुलिस कर्मी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रदेश में करीब 67 हवलदार एएसआई के पद पर पदोन्नत होने हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग में 36 एएसआई जो सब इंस्पेक्टर के पद पर पदोन्नत होने हैं। एएसआई के पद पर तैनात पुलिस कर्मी पिछले करीब डेढ़ साल से अधिक समय से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इन पुलिस कर्मियों को पदोन्नति नहीं दी जा रही है। ऐसे में विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं कि दिन-रात जनता की सेवाओं में डटे रहने वाले पुलिस कर्मियों को समय पर पदोन्नति क्यों नहीं दी जा रही है। पुलिस मुख्यालय से कई पुलिस कर्मियों की पदोन्नति के लिए भेजी गई फाइलें अभी सचिवालय में ही लटकी हुई हैं।