पेपर लीक प्रकरण: जमानत के बाद भी जेल में रहेंगी मुख्य आरोपी; बेटा और एजेंट रिहा, 12 FIR में आरोपी है उमा
बेटा और एजेंट रिहा, 12 एफआईआर में आरोपी है उमा आजाद
नीलकांत भारद्वाज-हमीरपुर
भंग हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के बहुचर्चित पेपर लीक मामले की मुख्य आरोपी उमा आजाद कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद जेल में ही रहेंगी, जबकि उसका बेटा और निखिल आजाद और एजेंट संजीव कुमार जमानत पर रिहा हो गए। शुक्रवार को कोर्ट-कचहरी की सारी औपचारिकताएं पूरी करने के पश्चात देर शाम आरोपी निखिल और संजीव रिहा हो गए। बता दें कि जेओए आईटी पोस्ट कोड 965 में जिला एवं सत्र न्यायलय से प्रकरण की मुख्य आरोपी उमा आजाद, निखिल आजाद और संजीव कुमार को जमानत मिल गई थी। उमा आजाद और निखिल को एक-एक लाख जमानत बांड और संजीव कुमार को 50 हजार रुपए के बांड पर जमानत मिली है।
उमा आजाद की संलिप्तता क्योंकि लगभग हर मामले में पाई गई है इसलिए अभी उसे रिहा नहीं किया गया है। बता दें कि इन आरोपियों को पेपर लेकर प्रकरण में दर्ज प्रथम एफआईआर पोस्ट कोड 965 में यह जमानत मिली है। यह एफआईआर 23 दिसंबर, 2022 को विजिलेंस थाना हमीरपुर में दर्ज हुई थी। उमा को इससे पहले भी एक अन्य पोस्ट कोड में जमानत मिल चुकी है। गौरतलब है कि पेपर लीक प्रकरण में अब तक कुल 14 विभिन्न पोस्टकोड में 13 से अधिक एफआईआर दर्ज हो चुकी है, जिसमें 25 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हो चुके है। -एचडीएम
पेपर लीक मामले में विजिलेंस की जांच जारी
बताते चलें कि पेपर लीक प्रकरण में विजिलेंस की टीम लगातार छानबीन में जुटी है यह भी संभावना जताई जा रही है कि अभी अन्य पोस्टकार्ड में भी एफआईआर दर्ज की जा सकती है। विभिन्न टीमें इस मामले की जांच में जुटी हुई है। प्रदेश में चयन आयोग के माध्यम से आयोजित होने वाली परीक्षाओं पर अभी ब्रेक लगी हुई है, लेकिन सरकार ने अब बेरोजगारों के बढ़ते दबाव के राज्य चयन आयोग के गठन की बात कही है।
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