अप्रैल-नवंबर में घरेलू कोयले से बिजली उत्पादन 8.38% बढ़ा, कोयला आयात घटा

नई दिल्ली। देश में कोयला आयात कम करने के प्रयासों में सफलता के बीच चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर 2023 के दौरान घरेलू कोयला आधारित बिजली उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.38 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। कोयला मंत्रालय की शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। इस दौरान कुल कोयला (आयातित कोयले के मिश्रण के साथ) आधारित विद्युत उत्पादन में एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 11.19 प्रतिशत की वृद्धि रही। विज्ञप्ति के अनुसार बिजली की बढ़ती मांग के बावजूद कोयला आधारित बिजली घरों में घरेलू कोयले के साथ सम्मिश्रण के लिए कोयले का आयात नवंबर, 2023 तक पिछले वर्ष की इसी अवधि के 2.7 करोड़ टन से 44.28 प्रतिशत कम होकर 1.52 करोड़ टन के करीब रहा।

मंत्रालय का कहना है कि यह कोयला उत्पादन में आत्मनिर्भरता और समग्र कोयला आयात को कम करने के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वर्ष के दौरान लगभग बिजली की मांग में 4.7 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। अप्रैल से नवंबर 2023 तक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में बिजली उत्पादन में कुल 7.71 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। तापमान में अभूतपूर्व वृद्धि, देश के उत्तरी क्षेत्र में मानसून में देरी और कोविड के बाद पूर्ण वाणिज्यिक गतिविधियों का फिर से बिजली की मांग बढ़ी है।

कोयला मंत्रालय के अनुसार अप्रैल-नवंबर 2023 तक घरेलू कोयला आधारित बिजली उत्पादन 779.1 अरब यूनिट तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में उत्पन्न 718.83 अरब यूनिट से 8.38 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। मंत्रालय का कहना है कि सरकार कोयला उत्पादन को और बढ़ाने के अपने प्रयासों में लगी हुई है, जिसका लक्ष्य उपलब्धता बढ़ाना और आयातित कोयले पर निर्भरता कम करना है, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार सुरक्षित रह सके।