दिहाड़ीदारों का त्योहारी सीजन रहा फीका

शिक्षा विभाग में दैनिक भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वेतन को तरसे
कार्यालय संवाददाता-मंडी
शिक्षा विभाग के  सरकारी कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में कार्यरत सैकड़ों दिहाड़ीदार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पिछले चार महीनों से वेतन न मिलने के कारण दैनिक भोगी कर्मचारियों को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ रहा है । इन कर्मचारियों द्वारा कई बार संबंधित शिक्षा संस्थानों के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया। लेकिन इनको आज तक न्याय नहीं मिल सका है। इन कर्मचारियों ने अखिल भारतीय दलित पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक परिषद के समक्ष अपना मामला रखा। जिस पर परिषद के महासचिव एवं राज्य प्रवक्ता चमन राही व राज्य संयोजक सनी ईपन्न ने इनका मामला निदेशक शिक्षा विभाग, सचिव शिक्षा व वित्त सचिव के समक्ष उठाया । चमन राही के अनुसार सभी  सचिवों ने माना कि लगभग 40 लाख रुपए इनका बनता है जो संबंधित संस्थाओं को स्वीकृत करके भेजा जा हैं । राही के अनुसार उन्होंने यह भी माना की विभागीय बजट की मांग उचित ढंग से प्रस्तुत नहीं की गई। उसकी वजह से इन कर्मचारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उनके वेतन की अदायगी संबंधित विभाग द्वारा कर दी जाएगी। संबंधित विभागीय कर्मचारी की भी जवाब तलबी करने की बात भी कही।

चमन राही ने कहा कि ये कर्मचारी अपने दिवाली, भैयादूज, करवाचौथ, गुरुपर्व, ईद और विश्व कर्मा पूजन आदि त्योहार भी फीके रहे। उन्होंने सवाल उठाया कि इन कर्मचारियों के समय पर वेतन से संबंधित दस्तावेज क्यों नहीं प्रेषित किया । उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूखू व शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का आभार प्रकट किया कि उन्होंने उनके नेतृत्व में इन दैनिक भोगी कर्मचारियों को शीघ्र वेतन की अदायगी होगी। चमन राही ने कहा कि यदि शीघ्र ही इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के समक्ष वे मंडी में सात दिसंबर को विभाग का सारा कच्चा चि_ा प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि छोटे कर्मचारियों के वेतन के मामले में बड़े कर्मचारी लापरवाह रहते हैं कि वे समय पर उनके लिए बजट की मांग नहीं करते।