पहाड़ों पर बर्फबारी से कांप उठे कुल्लू और लाहुल

कोकसर से पहले कूटबिहाल में गिरे फाहे, कुल्लू, लाहुल-स्पीति की चोटियों पर हिमपात

गिरीश वर्मा-पतलीकूहल
गुरुवार रात से ही लाहुल-स्पीति की ऊंची चोटियों सहित कुल्लू घाटी के रोहतांग पास, हाटाजोत, चंद्रखैणी जोत सहित सभी ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का दौर जारी रहा। मौसम के इस मिजाज से घाटी में शीत लहर बढ़ गई है। कुल्लू घाटी में जहां धूप व बादल की आंख-मिचौनी का दौर रहा वहीं, लाहुल के कोकसर में बर्फबारी का दौर जारी है। प्राप्त सूचना के अनुसार कोकसर में शुक्रवार साढ़े चार बजे तक आधा फुट से अधिक बर्फ दर्ज की चुकी थी और बर्फबारी का दौर रहा।

वहीं, स्पीति की सबसे ऊंची चोटी मनीरेंग जो कि समुद्रतल से 6597 मीटर, मूलकिला 6520 मीटर, इंद्रासन कुल्लू-मनाली 6220 मीटर, दियोटिब्बार कुल्लू 6001 मीटर, सोलांग 5995 मीटर, मेवा कान्दिनू 5944 मीटर, शिकर बेह 6200 मीटर गेफंग 6400 मीटर शिगरिला 6230 मीटर, परागला 5579 मीटर, व समुद्र तल से 3350 मीटर की ऊंचाई सभी चोटियों पर बर्फबारी का दौर जारी है। हांलाकि कुल्लू घाटी ऊंझी क्षेत्र में दिन भर आसमान पर बादल छाए रहे। कुल्लू शहर में धूप रही लेकिन मौसम के इस मिजाज से चोटियों पर होने वाले हिमपात से शरीर को चुभने वाली ठंड का एहसास हुआ। पहाड़ों से बहने वाली बर्फीली हवाओं ने वातावरण को एक दम कूल कर दिया। कुल्लू घाटी व लाहुल के कोकसर में हुई बर्फबारी ने पर्यटकों को आकर्षित करना शुरू कर दिया है। हांलाकि रोहतांग पास बंद हैं लेकिन अब सैलानियों के लिए अटल टनल के नार्थ पोर्टल के साथ लगते कोकसर व कूटबिहाल में बर्फबारी पर अठखेलियां करने का अवसर मिलेगा। घाटी में जिस तरह से मौसम का मिजाज बदला है उससे तापमान भी गिरने लगा है। घाटी में दिन भर बादल छाए रहे लेकिन निचले क्षेत्रों में अभी तक बर्फबारी वाला वातावरण नहीं बना है। (एचडीएम)

नए साल पर रहता है बर्फबारी का इंतजार
बदले मौसम के मिजाज से और बर्फबारी होने की आस है। अमूमन क्रिसमस व न्यू-ईअर को लेकर कुल्लू मनाली की ओर सैलानियों का रूख रहता है और पर्यटक ताजा बर्फबारी का आनंद लेने के लिए उत्सुक रहते हैं। लेकिन लाहुल में बर्फबारी होने से पर्यटक कोकसर वैली की की ओर रूख करने लगा है। वैसे लाहुल का कोकसर क्षेत्र रोहतांग की तलहटी में होने के कारण उस क्षेत्र में वैसे भी बर्फबारी अधिक मात्रा में होती है। जैसे ही रोहतांग में बर्फबारी का दौर शुरू होता है कोकसर व ग्रांफू क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो जाती है। यदि अटल टनल की ओर अधिक बर्फबारी का अंदेशा रहता है तो सोलंग नाला से आगे पर्यटकों की आवाजाही रोक दी जाती है ताकि कोई अनहोनी न हो, लेकिन मौसम का मिजाज जिस तरह से करवट ले रहा है उससे किसानों व बागवानों को भी बर्फबारी की आस रहती है। कुल्लू मनाली आने वाला पर्यटक विंटर सीजन में ताजा बर्फ के रोमांच के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहें हैं।