पैसा खत्म…35 स्कूलों का काम लटका, कमरों की किल्लत
एक करोड़ 24 लाख 59 हजार 186 रुपए बजट की है डिमांड; मौजूदा सरकार से भी नहीं मिल पाया पैसा, नौनिहाल हो रहे परेशान
अजय रांगड़ा-मंडी
मंडी जिला में बिना बजट के करीब 35 स्कूलों का कार्य अधूरा लटका पड़ा है। स्कूलों को निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। वर्तमान सरकार से एक भी पैसा स्कूलों को कार्य करने के लिए नहीं मिल पाया है। आलम यह है कि अधूरे बने स्कूलों के कमरे बिना बजट के चलते अब गिरने की कगार पर पहुंच गए हैं। जिसके चलते नौनिहालों को कमरों की कमी का सामना करना पड़ा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा कुछ वर्र्ष पहले प्राईमरी व मिडल सहित अन्य कार्यालयों के लिए कमरों के निर्माण लिए बजट जारी किया था। जो स्कूल प्रबंधन द्वारा खर्च किया जा चुका है। लेकिन अभी भी करीब 35 स्कूलों बजट के अभाव के बिना अधूरा पड़ा है। हालांकि स्कूल प्रबंधन समितियों द्वारा शेष बचे कार्यो का एस्टीमेट बनाकर विभाग को बहुत समय पहले से दिया जा चुका है। लेकिन एक वर्ष से किसी भी स्कूल को कोई भी बजट नहीं मिल पाया है। उक्त बजट की डिमांड पूर्व सरकार के दौरान की जा चुकी है। वहीं कमरों के निर्माण मुरम्मत न होने के कारण दूसरे कमरे भी बरसात के दौरान खराब हो रहे हैं।
बता दें कि शिक्षा खंड गोपालपुर-द्वितीय की राप्रापा रड़ा मनवाणा में दो कमरें एक लाख 80 हजार 950, रामापा घरवासड़ा में स्कूल बिल्डिंग के लिए 35 हजार, राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला बग पौंटा में शौचालय निर्माण कार्य के लिए 38800 रुपए, करसोग-द्वितीय की रामापा कोट में एक कक्षा रुम के लिए एक लाख 98 हजार, राप्रापा धार बडै़च में दो कमरों के लिए चार लाख 42 हजार, राप्रापा शैलग के एक कक्षा के कमरे के लिए चार लाख, राप्रापा कांढ़ी में दो कक्षाओं के कमरें के लिए तीन लाख 84 हजार, रामापा मानोला नाराश के लिए चार लाख 26 हजार, शिक्षा खंड साईगलू की राप्रापा भटवाड़ी के दो कमरों के लिए 16 लाख 56 हजार, राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला ननावां में दो कमरों के लिए सात लाख 49 हजार रुपए, शिक्षा खंड धर्मपुर-द्वितीय की राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला रड़ा रखेड़ा में दो कमरों के लिए चार लाख 90 हजार रुपए, राप्रापा भटौर के कमरों के लिए दो लाख 77 हजार रुपए और राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला पिपली छातेड़ को एक कमरे के लिए 30 हजार रुपए, शिक्षा खंड करसोग-प्रथम के तहत राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला परोला में दो कमरों के लिए चार लाख 75 हजार रुपए, राप्रापा शैला में एक कमरे के लिए एक लाख 38 हजार, शिक्षा खंड चच्योट-प्रथम की राप्रापा चच्योट को दो कमरों के लिए चार लाख 17 हजार 700 रुपए, शिक्षा खंड रिवालसर की रामापा चंगेहड़ में दो कमरों के लिए चार लाख 55 हजार, राप्रापा दरव्यास के लिए तीन लाख 53 हजार, राप्रापा कलखर-द्वितीय में तीन कमरों के लिए छह लाख 53 हजार, शिक्षा खंड दं्रग-प्रथम के तहत रामापा रुलंग में एक कमरें के लिए एक लाख 98 हजार, रामापा पाली शानण में एक कमरे के लिए एक लाख 83 हजार रुपए,शिक्षा खंड द्रं्रग-द्वितीय की रामापा नगरोटा में दो कमरों के लिए दो लाख 43 हजार रुपए, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पधर (एम डब्ल्यू) को निर्माण के लिए 14 लाख 77 हजार रुपए, राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला नारला को एक कमरे के निर्माण हेतू दो लाख 94 हजार रुपए के बजट की जरूरत है। …(एचडीएम)
भवन निर्माण के लिए ये स्कूल देख रहे सरकार की राह
शिक्षा खंड सुंदरनगर-द्वितीय रामापा मसेरन में दो कमरों के लिए तीन लाख 50 हजार रुपए, रामापा पनयास में दो कमरों के लिए दो लाख 55 हजार 500 रुपए, रामापा खारती को एक कमरे के लिए एक लाख 58 हजार रुपए, राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला पंगवास को भवन निर्माण के लिए एक लाख 34 हजार रुपए, बीईईओ सुंदरनगर द्वितीय जैदवी को ऑफिस बिल्डिंग के निर्माण के लिए 39.26 लाख रुपए,शिक्षा खंड धर्मपुर-प्रथम के तहत राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला चोलथरा में एक कमरे के लिए दो लाख 78 हजार रुपए, रावमापा सारी(एम डब्ल्यू) को भवन निर्माण के लिए दो लाख सात हजार, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सरी-द्वितीय को दो लाख 36 हजार की बजट की आवश्यकता है। शिक्षा खंड बल्ह के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढांगू को भवन के लिए एक लाख रुपए, शिक्षा खंड बगस्याड के तहत पडऩे वाले राजकीय प्राथमिक केंद्रीय पाठशाला को परीक्षा हाल और दो कमरों के निर्माण के लिए चार लाख 27 हजार 236 रुपए बजट की आवश्यकता है, जो सरकार की राह देख रहे हैं।
जिन स्कूलों के निर्माण कार्य के बजट की डिमांड के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। जैसे ही बजट की मंजूरी मिलेगी, तो प्राथमिकता के आधार पर स्कूलों को बजट जारी कर दिया जाएगा।
अमरनाथ राणा, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक मंडी
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