बसपा बोली, गेस्ट फैकल्टी के जरिए बैकडोर एंट्री का रास्ता तैयार कर रही प्रदेश सरकार

निजी संवाददाता- सरकाघाट
प्रवासी पक्षी और गेस्ट फैकल्टी में कोई अंतर नहीं है यह बात प्रदेश बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव ज्ञानचंद भाटिया ने एक बयान में कही। उन्होंने सरकार के गेस्ट फैकल्टी पर हालिया निर्णय और असंवैधानिक तरीके से हो रही भर्तियों पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश में गेस्ट फैकल्टी को लेकर जबरदस्त विरोध हो रहा है। पढ़े लिखे बेरोजगार जगह जगह इसके खिलाफ प्रदर्शन करने पर उतरने को मजबूर हो रहे हैं। डिग्रियां ले चुके अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने दिन रात मेहनत कर बेहतर भविष्य के लिए पढ़ाई की है, लेकिन प्रदेश सरकार उनके भविष्य को अंधेरे की ओर धकेलने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

सरकार गेस्ट फैकल्टी के जरिए बैकडोर एंट्री का रास्ता अख्तियार कर रही है। क्योंकि इससे पहले भी पूर्व सरकारों के समय नई नई पॉलिसियां लाई गईं और स्कूलों कॉलेजों में अस्थायी तौर पर शिक्षकों की भर्ती की गई, जिन्हें बाद में सरकार ने रेगुलर कर दिया। जबकि उन्होंने न तो कोई कमीशन पास किया और न ही कोई इंटरव्यू दिया था। ऐसे कई उदाहरण बैकडोर एंट्री के मिल जाएंगे, जो अब रेगुलर नौकरियां कर रहे हैं। इसके विपरीत जो युवा सालों से कमीशन के कंपीटीटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें दरकिनार किया जा रहा है।

पर्यावरण संरक्षण पर किया जागरूक
गागल। स्वास्थ्य विभाग मंडी के सहयोग एवम जागृति परियोजना के तत्वाधान में ममता एचएमआई संस्था के बैनर तले गांव गांव में लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में नुक्क्ड़ नाटक व गीतों के द्वारा जागरूक किया जा रहा है। फील्ड वालंटियर तुलसी देवी और मनीष कुमार ने कहा कि जागृति परियोजना के माध्यम से ममता एचएमआई संस्था के द्वारा नुक्कड़ नाटक और गीतों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण बारे गांव दरवाथु, भ्युरा, कुम्मी, डडोह में लोगों को संदेश दिया।