वार्डों में सीलन, लैब में रिकॉर्ड नहीं

सोलन अस्पताल में अव्यवस्थाएं देख स्वास्थ्य निदेशक भी हैरान, स्टाफ की ली क्लास
निजी संवाददाता-सोलन
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य निदेशक डा. गोपाल बेरी ने औचक निरीक्षण के दौरान जब अस्पताल में अवस्थाओं का आलम देखा तो चिकित्सा अधिकारी सहित स्टाफ को खूब फटकार लगाई। उन्होंने प्रत्येक वार्ड में जाकर स्थिति का मुआयना किया। निरीक्षण के दौरान जब वह जच्चा-बच्चा वार्ड में पहुंचे तो वह सीलन देखकर भी वह हैरान रह गए। वहीं, मरीजों को परोसा जाने वाले खाने की कम डाइट पर भी नाराजगी जताई। इसके अलावा वह वार्ड में लगे सूचना पट्ट को देख भी चौंक गए। उन्होंने सूचना पट्ट को रोजाना अपडेट करने का निर्देश दिए। डा. गोपाल बैरी ने सोलन मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दफ्तर में कुछ देर बातचीत की व फिर अन्य वार्डों में निरीक्षण के लिए गए। उन्होंने वार्डों के निरीक्षण के दौरान मरीजों से भी बातचीत की और सुविधा के बारे में जाना। इस दौरान पहले सरकारी लैब का निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने स्टाफ से लंबी बातचीत भी की।

लेकिन मामला तब अधिक गरमाया जब डायरेक्टर हैल्थ से मौके पर पिछले दिन का रिकॉर्ड मांगा, जिसे लैब कर्मी नहीं दे सके। ऐसे में डायरेक्टर हैल्थ ने उनकी खूब क्लास ली। इसके अलावा वह क्रस्ना लैब भी गए। जहां पर उन्होंने लैब के कर्मियों से बात की और मरीजो को बेहतर सुविधा देने के लिए कहा। इसके साथ ही उन्होंने लैब को आदेश दिए कि टेस्ट करने के तुरंत बाद मरीजों को रिपोर्ट दी जाए ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। इस दौरान हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य निदेशक डा. गोपाल बेरी ने कहा कि शुक्रवार को क्षेत्रीय अस्पताल सोलन का निरीक्षण किया है। वहीं आवश्यक दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं उन्होंने बताया कि अस्पातल में सरकारी लैब भी है। वह भी फंक्शनल है। यह अच्छी बात है। अस्पताल सिर्फ क्रस्ना लैब पर डिपेंड नहीं है।

108 एबुलेंस की जांच
निरीक्षण के दौरान उन्होंने 108 एबुलेंस की भी जांच की। लेकिन यहां पर भी वह सतुंष्ट नजर नहीं आए। जब उन्होंने 108 एबुलेंस से स्टे्रचर बाहर निकालने के लिए कहा तो कर्मी ऐसा नहीं कर पाया। इसके अलावा खाली ऑक्सीजन सिलेंडर को भी देख हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य निदेशक नाखुश नजर आए। उन्होंने कहा कि 108 में भी कई जीवनरक्षक दवाएं नहीं मिली। जिस बारे 108 को संचालित करने वाली मेडस्वान कंपनी से बात की जाएगी व व्यवस्था सुधार के निर्देश दिए जाएंगे।