आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान

सडक़ पर लोगों का निकलना हुआ मुश्किल, समस्या से निजात की गुहार
स्टाफ रिपोर्टर- मंडी
मंडी शहर में कुत्तों के आतंक से शहरवासी परेशान है। शहर आए दिन कोई ना कोई घटना पेश आती रहती है। शहर के हर गली चौराहे पर कुत्ते झुंड बनाकर बैठे रहते हैं और जब कोई भी व्यक्ति उनके पास से गुजरता है तो उन पर भौंकना शुरू हो जाते हैं। कई बार तो इन कुत्तों ने राहगीरों को काट भी लिया इसके बाद अस्पताल में जाकर घायलों को उपचार दिया गया। शनिवार को भी ऐसे ही एक घटना पेश आई जब एक युवक अपने बच्चों को स्कूटी पर स्कूल लेकर जा रहा था। इस दौरान कुछ कुत्ते स्कूटी के पीछे भागने लग गए। बच्चा डर गया, जिससे वह स्कूटी से गिर भी सकता था। युवक ने जैसे तैसे बच्चों को संभाला और वहां से निकल गए। यह केवल एक घटना नहीं है ऐसी अनेकों घटनाएं मंडी शहर में पेश आ चुकी है, जिस कारण शहरवासी कुत्तों के आतंक से परेशान है और इस समस्या के समाधान की मांग निगम से कर रहे हैं।

शहर के हर गली और चौराहे पर 7 से 8 कुत्ते झुंड बनाकर बैठे रहते हैं। वही इस दौरान चलते फि रते राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब तो इन कुत्तों का भय इतना हो गया है कि स्कूल के छोटे छोटे बच्चों का भी चलना मुश्किल हो गया है। अभिभावक भी बच्चों को लेकर डरा हुआ महसूस करते हैं और कुत्तों के डर से वह स्वयं ही बच्चों को स्कूल से लाते और ले जाते हैं। हाल ही में पिछले दिनों विश्वकर्मा चौक और पुरानी मंडी में भी इस प्रकार की घटना पेश आ चुकी है जहां राहगीरों को कुत्तों का शिकार बनना पड़ा। इसके बाद इन्हें जोनल अस्पताल ले जाया गया जहां इन घायलों का उपचार हुआ। मंडी शहर के स्थानीय निवासियों ने नगर निगम मंडी से समस्या के समाधान की मंाग की है। परेशानी की बात यह है कि निगम भी इसमें कुछ नहीं कर सकता है।

मेयर बोले, बनाए जाएंगे डॉग शेल्टर
नगर निगम के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने बताया कि नगर निगम मंडी द्वारा डॉग शल्टर बनाए जाएंगे। जिनमें कुत्तों का रखरखाव किया जाएगा। वहीं नसबंदी का कार्य भी करवाया जा रहा है, जिसको और गति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा बनाए जा रहे डॉग शेल्टर के लिए उचित स्थान का चयन किया जा रहा है, जहाँ उनका सही प्रकार से रखरखाव किया जा सके। लोगों को पेश आ रही समस्या क ो लेकर उन्होंने कहा कि वह इन कुत्तों को यहां से हटा नहीं सकते क्योकि हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार कुत्ता अपनी गली का मालिक है। डाग शेल्टर बनने के बाद प्रशासन की स्वीकृति से इन्हे शेल्टर में स्थान दिया जाएगा।