सावधान! पिन पार्वती की तेज लहरों से बचें

प्रदेश पावर निगम ने जारी की हिदायत, नदी के निकट न जाने की अपील-चेतावनी
निजी संवाददाता-सैंज
प्रदेश सरकार के प्रतिष्ठित सौ मेगावाट क्षमता के सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट प्रबंधन ने घाटी में नदी किनारे बसे ग्रामीणों को हिदायत दी है कि आजकल पिन पार्वती नदी की बलखाती लहरों से बचकर ही रहें। प्रदेश पावर निगम ने परियोजना क्षेत्र में निर्माण कार्य को देखते हुए निहारनी से लेकर लारजी तक नदी किनारे बसे ग्रामीणों से निकट न जाने की अपील की है। नदी नालों से जुड़े हादसों की आशंका को देखते हुए परियोजना प्रबंधन ने आम जनता को नदी से दूर रहने की हिदायत दी है। सैंज हाइड्रो प्रोजेक्ट के उप महाप्रबंधक (विद्युत) प्रबंधक इंद्र शर्मा ने बताया कि परियोजना के बांध में रखरखाव, उत्पादन संचालन व तकनीकी कारणों से कभी कभार पानी छोडऩा स्वाभाविक है और इसके लिए प्रबंधन ने नदी किनारे बसी ग्राम पंचायतों जैसे शैंशरए सुचैहनए देहूरीधार, गाड़ापारली, शांघड़, देवगढ़ गोही, रैला, धाऊगी, दुशाहड़, बनोगी कनौन भलाणएतलाड़ा व लारजी आदि तमाम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को सहयोग के तौर पर सूचित किया है। जबकि नदी में पानी छोडऩे का समय प्रात: 7 बजे से 10 बजे तथा सांय 5 बजे से 8 बजे तक निर्धारित किया गया है।

उप महाप्रबंधक ने बताया कि परियोजना प्रबंधन कायदे कानून व नियमों का पालन कर रहा है तथा सूचना पूर्व पानी छोड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि पशुधन को भी इस दौरान नदी किनारे ना भेजें तथा आम जनता से भी अपील है कि परियोजना प्रबंधन को भी इस बारे सहयोग करें। बता दें कि लारजी प्रोजेक्ट में वर्ष 2014 में पेश आए दर्दनाक हादसे में हैदराबाद इंजीनियरिंग कॉलेज के पच्चीस छात्रों की नदी के तेज बहाव में बह जाने से मौत हो गई थी। इस हादसे से सबक लेकर परियोजना प्रबंधन फूंक फूंक कर कदम रख रहा है और किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहता है। उधर ग्राम पंचायत प्रधानों ने परियोजना प्रबंधन की इस पहल का स्वागत किया है। बहरहाल सैंज प्रोजेक्ट प्रबंधन ने नदी किनारे बसे लोगों को हिदायत दी है कि पिन पार्वती नदी की बलखाती लहरों से बचकर ही रहे।