डॉक्टर गए शिमला…अस्पताल में इंतजार करते रहे मरीज

मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे चिकित्सक, ओपीडी के बाहर लगी रोगियों की कतारें

सिटी रिपोर्टर-सोलन
क्षेत्रीय अस्पताल से अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने शिमला गए डॉक्टरों के कारण उपचार के लिए पहुंचे मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ गया। डॉक्टरों की कमी से मरीजों को घंटों लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ गया, जिससे मरीजों सहित तीमारदारों को भी मानसिक परेशानी झेलनी पड़ गई। मरीज सुबह नौ बजे ही अस्पताल पहुंच गए, लेकिन कुछ डॉक्टरों न होने से उपचार के लिए अन्य ओपीडी के बाहर भारी भीड़ लगी रही। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों सहित आई महिलाओं व बुजुर्गों को झेलनी पड़ गई। हालांकि मरीज जो ओपीडी बंद थी वहां जाकर अन्य ओपीडी में उपचार करवाने पहंचे जहां मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थी।

अधितकर मरीजों को तो बैठकर ही अपनी बारी का इंतजार करना पड़ गया। मरीजों का कहना था कि पहले से ही अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। उन्होंने कहा कि सुबह नौ बजे से ही लाईन में खड़े है, लेकिन घंंटों लाईन में खड़े होने के बाद उपचार मिला। मरीजों ने कहा कि कई मरीज 50 से 60 किलोमीटर का लंबा सफर तय करके अस्पताल आए, लेकिन यहां पहुंचने पर ईलाज करवाने के लए पूरा दिन ही लग गया। जोकि मरीजों के लिए किसी बड़ी परेशानी से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द डाक्टरों की मांगों को पूरा करना चाहिए ताकि अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को भी परेशानी न झेलनी पड़े।

मेडिसन के दो डॉक्टरों को ओपीडी में लगाया
क्षेत्रीय अस्पताल के एमएस डा. एसएल वर्मा ने बताया कि मरीजों को कोई परेशानी न हो इसके लिए मेडिसन के दो डॉक्टरों को ओपीडी में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा रही है।