डाक्टर हड़ताल पर… मरीजों की बढ़ीं मुश्किलें

जोनल अस्पताल धर्मशाला में अढ़ाई घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक के चलते इलाज को आए मरीजों को पेश आई दिक्कतें

स्टाफ रिपोर्टर-धर्मशाला
प्रदेश सरकार से मांगों पर कोई कार्यवाही न किए जाने पर हिमाचल मेडिकल ऑफिसर ऐसोसिएशन ने अब लगातार अढ़ाई घंटे पेन डाउन हड़ताल का ऐलान कर दिया है। इसी कड़ी में लगातार दूसने दिन बुधवार को भी डाक्टरर्स पेन डाउन स्ट्राइक पर रहे। सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक अढ़ाई घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक के चलते जोनल अस्पताल धर्मशाला में उपचार हेतु आए मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं अब एचएमओए ने सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने को लेकर भी रणनीति बनाई जा रही है। वहीं लगातार 34 दिनों तक काले बिल्ले लगाकर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने के बाद अब पेन डाऊन हड़ताल को आगे बढ़ाने सहित आंदोलन तेज़ करने की भी रणनीति तैयार कर हैं।

हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर डाक्टर्स ने पेन डाउन स्ट्राइक शुरू की है। बुधवार को भी धर्मशाला अस्पताल के डाक्टर्स ने सुबह साढ़े नौ बजे से 12 बजे तक ओपीडी में मरीजों की जांच नहीं की, जिसके चलते बीमारियों की जांच के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों से अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों और तीमारदारों को काफी परेशान होना पड़ा। हिमाचल प्रदेश मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डा. कुमार सौरभ ने बताया कि यूं तो उनकी मांगें कोई बहुत बड़ी नहीं है, वह सरकार से सिर्फ नॉन प्रैक्टिस अंलाउस एनपीए की मांग कर रहे हैं जिसे सरकार ने नए भर्ती हुए डाक्टर्स के वेतन से डीलिंक कर दिया है, ये सही नहीं है। इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठता सूची को सूचारू रूप से न चलाने व प्रोग्रेशन स्कीम के तहत स्केल प्रदान किए जाने सहित अन्य मांगों को जल्द बहाल किए जाने की बात रखी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी वो इस मांग को लेकर सरकार को आगाह कर चुके हैं, और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर चुके हैं, मुख्यमंत्री ने उन्हें पिछले साल जून माह में भी मुलाकात के दौरान मिनट्स ऑफ मीटिंग देने की बात कह कर टाल दिया था, और इस माह की 13 फरवरी को भी यही बात दोहरा कर बैंरग वापस भेज दिया था। बावजूद इसके एक सप्ताह बाद भी उनकी मांगों पर कोई कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई है। ऐसे में अब उनके सामने हड़ताल के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है।