क्षेत्रीय अस्पताल में लिफ्ट का काम शुरू, सुविधा जल्द

बुजुर्ग-दिव्यांग, गर्भवती महिलाओं व घायल अब ऑपरेशन के बाद नहीं होंगे परेशान, ओटी- डायलसिस रोगियों को मिलेगी राहत
स्टाफ रिपोर्टर- ऊना
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में अलगे एक सप्ताह में मरीजों को लिफ्ट की सुविधा का फिर से लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। अस्पताल प्रबंधन की ओर से स्वास्थ्य संस्था के प्रवेश द्वार पर स्थापित की गई पुरानी लिफ्ट को हटाकर नई लिफ्ट को स्थापित किया जा रहा है। लिफ्ट को स्थापित करने का कार्य अगले एक सप्ताह के भीतर ही पूरा हो जाएगा। उसके बाद मरीज इस सुविधा का लाभ फिर से ले सकेंगे। कार्य लोक निर्माण विभाग काम करवा रहा है और ओटिस कंपनी की लिफ्ट स्थापित की जा रही है। इससे पहले स्थापित की गई लिफ्ट कई बार चलते-चलते बीच में रूक जाती थी। जिसके बाद लिफ्ट से मरीजों को बाहर निकलने के लिए अस्पताल प्रबंधन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अस्पताल प्रबंधन की ओर से अब नई मशीनरी व नई कंपनी की लिफ्ट को स्थापित किया जा रहा है। इस बार अस्पताल प्रबंधन की ओर से लिफ्ट की सुविधा को लेकर आधुनिक मशीन व सामग्री का प्रयोग करवाया जा रहा है।

जिससे मरीजों को लिफ्ट का निरंतर लाभ मिल सके। अस्पताल में लिफ्ट की सुविधा शुरू होने से ऑपरेशन थियेटर को जाने वाले मरीजों, डायलसिस करवाने वाले मरीजों, सर्जन यूनिट के मरीजों, बुजुर्गों व दिव्यांग सहित अन्य के लिए यह लिफ्ट काफी मददकार साबित होगी। सबसे ज्यादा परेशानी ऑपरेशन थियेटर में ऑपरेशन के बाद गर्भवती महिलाओं को स्टेचर पर वापस लाते समय होती थी, जब उन्हें एक वार्ड से दूसरे वार्ड में फर्स के टूटे रैंप के माध्यम से ले जाया जाता था। जहां से मरीजों के सभी जख्मों के हिलने से ऑपरेशन के कई भी कई गुणा ज्यादा तकलीफ का सामना करना पड़ रहा था। अब एक वार्ड से दूसरे वार्ड में ले जाया जा सकेगा। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में अलगे एक सप्ताह में मरीजों को लिफ्ट की सुविधा मिलले वाली है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से नई लिफ्ट को स्थापित किया जा रहा है। मरीज अब खुश होंगे।

क्या कहते हैं एमएसओ डा. विकास चौहान
जोनल अस्पताल के एमएसओ डॉ. विकास चौहान ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर ही मरीज अस्पताल नई लिफ्ट का लाभ ल सकेंगे। अबकी बार अस्पताल प्रबंधन की ओर से बेहतरीन-आधुनिक उपकरणों से लैस लिफ्ट को स्थापित किया है ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। एमएसओ डॉ. विकास चौहान ने कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

रोजाना 600 से 800 मरीजों की ओपीडी
आरएच में प्रतिदिन सामान्य मरीजों की ओपीडी 600 से 800 की संख्या में रहती है। कई बार ओपीडी 1000 तक भी पहुंच जाती है। नई लिफ्ट के लिए अस्पताल प्रबंधन 23.50 लाख रुपये का बजट खर्च कर रहा है।