छह दिन बीते… राख में अपनों की आस, भीषण अग्निकांड के बाद अभी तक नहीं लग रहा सुराग

 सर्च आपरेशन रूकने से निराश हो रहे परिजन

दिव्य हिमाचल व्यूरो- बद्दी
औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत झाड़माजरी स्थित परफ्यूम फैक्ट्री में हुए भीष्ण अग्रिकांड में लापता पांच कामगारों का छह दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। बढ़ते इंतजार के आगे लापता कामगारों के परिजनों की हिम्म्त टूटती जा रही है, हर सुबह लापता कामगारों के परिजन घटनास्थल पर पहुंच जाते है और इस उम्मीद में रहते है की शायद आज उनके अपनों के शव उन्हें नसीब हो जाएगें। अपनों के जिंदा होने की आस समाप्त होने के बाद अब अभागे प्रवासी सिर्फ उदास आंखों से शवों की बरामदगी के इंतजार में है लेकिन सर्च आपरेशन रूकने से इनकी हिम्मत अब जबाब देने लगीे है। बुधवार को भी सर्च आपरेशन रूका रहा जिससे कामगार खासे निराश दिखे। कामगारों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी इस बाबत बताया और अपनी व्यथा सुनाई है।

सीएम ने हर संभव सहयोग के निर्देश प्रशासन को दिए है। बता दें की एनडीआरएफ व एसडीआरएफ फ ैक्ट्री के तीनों मंजिलों में लापता कामगारों की तलाश कर चुकी है लेकिन वहां से सर्च आपरेशन के शुरूआत में मिले चार शवों के अलावा किसी और कामगार का शव नही मिल पाया है। दरअसल अनसेफ हो चुकी फैक्ट्री की इमारत की चौथी मंजिल पर सर्च अभियान शुरू नहीं किया जा सका है, इसी जगह पर लापता कामगारों के शव होने की संभावना है। इसी बीच सीएफएसएल व पुलिस की चल रही छानबीन व सैंपलिंग प्रक्रिया की वजह से सर्च आपरेशन को रोकना पड़ा है । काबिले जिक्र है की दो फरवरी को परफ्यूम फैक्ट्री में हुए भीष्ण अग्रिकांड में पांच कामगार अपनी जान गंवा चुके है, इस घटना में एक कामगार महिला की पीजीआई में मौत हो गई थी जबकि चार कामगारों के शव फै क्ट्री के भीतर से बचाब दल ने बरामद किए थे , इन बरामद चार कामगारों में से तीन की ही शिनाखत हो पाई है जबकि एक कामगार की शिनाखत नहीं हो सकी है। पुलिस प्रशासन ने कामगार की शिनाखत के लिए डीएनए सैंपल लिए है। वहीं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने बताया कि सैंपलिंग का काम पुरा होते ही फैक्ट्री के उपरी हिस्से में छानबीन की जाएगी। उन्होंने कहा कि भीतर जाना संभव नही हो पा रहा है अब फैक्ट्री की इमारत को गिराने पर विचार किया जा रहा है।

मां की तलाश में पहुंच रहे बच्चे

एनआर अरोमा फैक्टरी के अग्रिकांड के बाद से गायब चंबा निवासी चंपो देवी की तलाश में भाई अपनी बहन के बच्चों समेत रोजाना झाड़माजरी घटनास्थल पर आ रहा है। बता दें की लापता चंपो की तलाश में आए भाई को बीते सोमवार को क्रेन के जरिए फैक्टरी की खिडक़ी तक पहुंचाया गया था जहां से उसे राख के ढ़ेर के अलावा कुछ नही दिखा। चंपो के बच्चे भी अपनी मां से मिलने की आस में झाड़माजरी पहुंचे हुए है लेकिन उनकी उदास आंखों का इंतजार अब कभी पुरा होने वाला नहीं है।