करसोग भेजा सस्पेंड पटवारी

रिश्वत के मामले में विजिलेंस ने तेज की जांच, महिला का फोन लिया कब्जे में

दिव्य हिमाचल ब्यूरो- मंडी
आपदा राहत राशि देने के बदले रिश्वत मांगने के आरोपों में फंसने के बाद निलंबित पटवारी राजेश विमल को प्रशासन ने अब करसोग भेज दिया है। निलंबन के बाद पटवारी का हैडक्वार्टर करसोग के बगस्याड़ तय किया गया है। वहीं इस मामले में विजिलेंस ने भी जांच तेज कर दी है। इसी मामले में अब यह बात भी सामने आई है कि पीडि़त महिला द्वारा सीएम संकल्प सेवा पर शिकायत करने के बाद धर्मपुर प्रशासन ने जांच में तेजी नहीं दिखाई थी। 22 जनवरी को महिला ने इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत भेजी थी, लेकिन इससे पहले की प्रशासन किसी कार्रवाई तक पहुंचता, महिला और पटवारी के बीच समझौता भी हो गया था और महिला ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी, लेकिन इसके कुछ दिन बाद ही सोशल मीडिया पर महिला और पटवारी की बातचीत का आडियो वायरल हो गया। जिसके कारण प्रशासन को इस मामले में फिर से जांच के आदेश देने पड़े और प्रारंभिक जांच के बाद पटवारी को निलंबित कर दिया गया। वहीं इस मामले में अब विजिलेंस ने भी रिकार्ड लेकर जांच तेज कर दी है। विजिलेंस ने महिला का फोन कब्जे में ले लिया है।

इसके साथ महिला की आवाज के सैंपल लिए गए हैं। महिला ने विजिलेंस को दी शिकायत में भी पटवारी पर आपदा सहायता राशि की पहली किस्त देने के बदले 50 हजार रुपए लेने और दूसरी किस्त के रूप में फिर से 50 हजार रुपए मांगने के आरोप लगाए हैं। जिसके बाद विजिलेंस ने मंडी थाना में पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। इस मामले में अब रेवन्यू रिकार्ड के साथ ही वित्तीय खातों की भी जांच विजिलेंस करेगा। जबकि निलंबित पटवारी के वॉयस सैंपल भी लिए जाएंगे और इसे वायरल आडियो के साथ मिलान के लिए जांच को भेजा जाएगा। वहीं एएसपी मंडी कुलभूषण वर्मा ने बताया कि मामले की जांच जारी है। रिकार्ड की जांच की जा रही है। वहीं एडीएम मंडी डा. मदन कुमार ने बताया कि सीएम संकल्प सेवा पर भेजी गई शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू की थी, लेकिन महिला ने जांच के दौरान अपनी शिकायत वापस ले ली थी। उन्होंने बताया कि निलंबित पटवारी का हैडक्वार्टर करसोग की बगस्याड़ पटवार सर्कल में फिक्स किया गया है।