लाहुल में बर्फबारी से दूरसंचार; यातायात बिजली ठप, 284 संपर्क सडक़ें भी बंद

जिला संवाददाता-केलांग
बुधवार सुबह कुछ देर धूप खिलने के बाद दोपहर से लाहुल स्पीति में फिर हिमपात शुरू हुआ। भारी बर्फबारी से घाटी में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सुबह के समय मौसम साफ होने से लोग राहत की उम्मीद कर रहे थे लेकिन दोपहर से बर्फबारी सिलसिला फिर शुरू हो गया। बर्फबारी के कारण बीते 3 दिन से मनाली-केलांग, तांदी-किलाड़, दारचा-शिंकुला और लोसर-काजा सडक़ मार्ग ट्रैफिक के लिए बंद है। यह सभी मार्ग सीमा सडक़ संगठन के अधीन हैं। जबकि लोनिवि चिनाव डिवीजन उदयपुर और काजा के अधीन सभी 288 संर्पक सडक़ मार्ग भी बंद हैं। जबकि लाहुल-स्पीति में 244 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद हैं। बर्फबारी के बीच सीमा सडक़ संगठन के 70 और 94 आरसीसी ने बर्फ हटाने के लिए सडक़ों पर मशीनों के साथ जवानों को भी तैनात कर दिया है।

बीआरओ 70 आरसीसी के ऑफिसर कमांडिंग मेजर रवि शंकर ने बताया कि तांदी जीरो पॉइंट से दारचा तक सडक़ से बर्फ हटा दिया है। जबकि दारचा के पास हिमखंड गिरने से इसे बहाल करने का कार्य प्रगति पर है। सिस्सू नर्सरी से तांदी और तांदी से उदयपुर सडक़ बहाल करने के लिए बीआरओ के 94 आरसीसी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लगातार हो रही इस बर्फबारी से लोगो की मुसीबतें बढ़ती जा रही है। घाटी के अधिकांश हिस्सों में बिजली, पानी समेत संचार सेवाएं बंद हैं। पिछले कुछ दिनों से पूरी स्पीति घाटी अंधेरे में है, जिससे लोगो को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। इसके आगामी कृषि सीजन को देखते हुए जनजातीय लोग बर्फबारी से खुश भी हैं। 94 आरसीसी के ओसी मेजर विसाग ने कहा कि कुकुमसेरी के समीप गिरे विशाल हिमखंड के मलबे को हटाने के लिए बीआरओ की मशीनें दूसरे दिन भी डटे रहे।

डीसी बोले, प्रशासन तैयार
उपायुक्त लाहुल-स्पीति राहुल कुमार ने कहा कि बर्फबारी के बीच पूरे जिले के हर हिस्सों से आपदा प्रबंधन की टीम पल-पल की खबरे जुटा रही है। जिला प्रशासन किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पुलिस, आईटीबीपी, बीआरओ और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के संपर्क में है। तीन सालों बाद हो रही भारी बर्फबारी से पहाड़ों पर हिमनद रिचार्ज होंगे।