कुल्लू की संस्कृति को प्रोमोट करना लक्ष्य

‘दिव्य हिमाचल’ को दिए साक्षात्कार में नई उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने कही बात

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-कुल्लू
कुल्लू की संस्कृति की अलग ही पहचान है। हिमाचल की बात करें तो यहां की संस्कृति अदभूत, अनोखी है। मेरा ध्येय भी कुल्लू की संस्कृति को प्रमोट करने का रहेगा। यहां की महिलाएं जिस तरह से घरेलू, कृषि बागबानी और पर्यटन के क्षेत्र के साथ मेलों व त्यौहारों में कुल्लू संस्कृति को उजागर करने में अपना वर्चस्व योगदान देतीं हैं। उसी तरह मेरा महिला अधिकारी होने के नाते कुल्लू संस्कृति प्रमोट करना ध्येय रहेगा। यह बात जिला कुल्लू की नवनियुक्त उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने दिव्य हिमाचल से विशेष बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कुल्लू संस्कृति के साथ साथ यहां के व्यंजन, हैडलूम को और अधिक प्रमोट किया जाएगा। हिमाचल की ब्यूटी देशभर में अलग ही है। इसके साथ कुल्लू का खानपान, रहन-सहन अलग है, जिससे देश दुनिया प्रसन्न करती है। नई उपायुक्त की शिक्षा इस प्रकार रही है-एमबीए (फायनांस, गोल्ड मेडलिस्ट), एफआरएम, बीएस (इलेक्ट्रिकल ऑर्नर), फॉमर आईआरएसआईटी, फॉमर एसीस्टेंट मैनेजर, रिस्क मैनेजमेंट (अमेरिका एक्प्रेस)।

जनकल्याणकारी योजनाओं को दी जाएगी गति
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी तोमूल एस रवीश ने गत शुक्रवार को कुल्लू उपायुक्त का पदभार संभाल लिया है। इसके अतिरिक्त वह प्रोबेशन के दौरान जिला सोलन में सहायक आयुक्त रही हैं और इसके बाद तोरुल एस रवीश उपमंडल दंडाधिकारी अंब जिला ऊना और अतिरिक्त उपायुक्त जिला बिलासपुर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। डीसी किन्नौर का कार्यभार संभालने से पहले वह विशेष सचिव हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग का कार्यभार संभाल रही थी। वह दूसरी बार जिला कुल्लू में बतौर उपायुक्त कार्यभार संभाल रही हैं। उपायुक्त तोरुल एस रवीश हरियाणा से संबंध रखती हैं और वह जिला किन्नौर की चौथी महिला उपायुक्त रही हैं। वहीं, अब जिला कुल्लू में उपायुक्त का कार्यभार संभालने के बाद दिव्य हिमाचल से खास बीतचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को गति प्रदान करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से इस संबध में चर्चा की और इस दिशा में समन्वय बनाकर कार्य करने की आग्रह किया। कुछ समय पहले जिला कुल्लू को आपदा के कारण से काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेगी।

जज्बात-सादगी से भरी काबिल महिला अधिकारी
हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए कुशल प्रशासनिक अधिकारियों का अहम योगदान रहा है। ऐसे अधिकारी जिन्होंने समर्पण भाव अपने दायित्व को निभाते हुए आम व्यक्ति का जीवन आसान बनाया है। उनमें से युवा महिला अधिकारी है वर्ष 2016 बैच की तोरुल एस रवीश। मानवता की सेवा के साथ नारी शक्तिकरण में भी अहम योगदान दे रहीं हैं। तोरुल एस रवीश एक नेकदिल महिला अधिकारी होने के साथ एक कुशल प्रशासक भी हैं। कुल्लू में बतौर तीसरी महिला उपायुक्त कार्यभार संभालाने के बाद वह काफी खुश हैं कि उन्हें जिला कुल्लू में भी कार्य करने का मौका मिला है। मूल रूप से हरियाणा (चड़ीगढ़) से संबध रखने वाली तोरुल एस रवीश के व्यक्तित्व का एक और पहलू है। जो उन्हें कतार से अलग खड़़ा करता है। वह चाहती है कि आम बच्चे बड़े होकर प्रदेश और देश का भविष्य उज्जवल बनाएं। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए वह समय निकालकर भी छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती रहेंगी। यह कार्य वह जिला कुल्लू में भी युवाओं को उनका भविष्य संवारने में करेंगी। प्रतियोगी परीक्षाओं और संबधित पाठ्य सामग्री के विषय में सारी जानकारी उपलब्ध करवाकर युवा जोश को सही निशा दिखाने में भी कार्य करेंगी। उपायुक्त की माने तो आज महिलाओं की भागीदारी हर क्षेत्र में है। महिलाएं घर से लेकर खेत व अपने अन्य कामों को भी बखूबी निभाती हैं। ऐसे में महिला हमेशा अपने फील्ड में और बेहतर करे, इसके प्रयास भी किए जाएंगे। महिला के उत्थान के लिए भी जिला में कार्य किया जाएगा।

पर्यटकों के सफर को बनाया जाएगा आसान
उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने कहा कि जिला कुल्लू पर्यटन के लिए भी विश्वभर में विख्यात है। यहां पर लाखों पर्यटक आते हैं। आने वाले समय में यहां पर जाम की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन समन्वय के साथ कार्य करेंगे और पर्यटकों के सफर को आसान बनाने में कसरत के साथ कार्य किया जाएगा।

अधिकारियों से बैठक कर योजनाओं की जानकारी ली
तोरुल एस रवीश ने कार्यभार संभालने के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही सभी विभागीय अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक करेंगी। पर्यटन-बागबानी जिले की आर्थिकी का आधार हैं। इनके विकास के लिए प्रयास किए जाएंगे। इसके साथ ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं तथा सुखआश्रय योजना को भी बेहतर तरीके के अमलीजामा पहनाने के भी प्रयास किए जाएंगे। अपनी शिक्षा सोलन और चंडीगढ़ में प्राप्त कर चुकी तोरुल एस रवीश सरकार की प्राथमिकताओं के अलावा कुल्लू के विकासात्मक कार्यो को धरातल पर पहुंचाने का कार्य बखूबी से किया जाएगा।