सीर खड्ड का कब होगा चैनेलाइजेशन

अवैध खनन से हजारों बीघा जमीन बर्बाद, प्रभावित लोगों ने उठाई कड़ी कार्रवाई की मांग
निजी संवाददाता-सरकाघाट
जिला मंडी के उपमंडल मुख्यालय सरकाघाट से निकलने वाली सीर खड्ड जो बरच्छवाड़ से होते हुए डली चंदरूही, हरिबैहना और जाहू में मिलती है। दो दशक पूर्व तत्कालीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने सीर खड्ड के चैनेलाइजेशन का शिलान्यास किया था लेकिन अब तक न चैनेलाइजेशन ही किया गया, न ही अवैध खनन ही रूक रहा है। हांलाकि जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी इसके चैनेलाइजेशन की घोषणा कर चुके हैं लेकिन चैनेलाइजेशन करना तो दूर की बात है बल्कि अभी तक कार्य शुरू भी नहीं किया जा रहा है। बरसात में अपना रूद्र रूप धारन करने वाली सीर खड्ड के साथ लगती हजारों बीघा किसानों की उपजाऊ भूमि सिर खड्ड की बली चढ़ जाने से बर्बाद हो चुकी है ।

वहीं 2023 जुलाई अगस्त में आई भयानक त्रासदी की वजह से तो तांडव ही मचा दिया था। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का इस बार हुआ है। हजारों बिघा जमीन खड्ड में बह गई है और कई घर और सरकारी स्कीमों को खड्ड निगल चुकी है। यही नहीं हरिबैहना में पानी की स्कीम, डली में गोसदन और जाहू में पुल के साथ साथ सैकड़ों घरों और गोशालाओं को खतरा बन गया। स्थानीय किसानों में मेहर सिंह, करतार सिंह, निर्मला देवी, विवेक, मुनीष, केदार नाथ, जगदीश, पारवती, चमन ठाकुर, सन्नी ठाकुर, हनी सिंह, राकेश, भूप सिंह, राज कुमार, कृष्ण चंद, ओम प्रकाश, रमेश कुमार आदि किसानों का कहना है कि चुनाव के दौरान नेता भाषण और घोषणाएं तो करते हैं लेकिन उसके बाद वादों को भूल जाते हैं। किसानों का कहना है कि अगर सीर खड्ड का चैनलाइजेशन बरसात से पहले नहीं होता है तो खड्ड के तेज बहाव में उपजाऊ भूमि नहीं बच पाएगी।

सरकार के खिलाफ छेड़ेंगे आंदोलन
हिमाचल प्रदेश किसान यूनियन के अध्यक्ष तेजनाथ शर्मा सहित सभी प्रभावित स्थानीय किसानों ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि बरच्छवाड़ से लेकर डली, हरिबैहना चंदरूही और जाहू तक बरसात से पहले सिर खड्ड चैनेलाइजेशन किया जाए और अवैध खनन पर कड़ा प्रतिबंध लगाया जाए। सीर खड्ड पर चैक डैम भी लगाए जाएं ताकि किसान की उपजाऊ जमीन बच सके। यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो सभी किसान सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेडऩे से गुरेज नहीं करेंगे।