बागानों में सफेद-गुलाबी फूलों की बहार

स्टाफ रिपोर्टर-भुंतर
जिला के किसानों-बागबानों के बागानों में बहार आने लगी है। प्लम, खुमानी व आडू में फूल लगने आरंभ हो गए हैं। निचले ईलाकों में पेड़ फूलों से लकदक होने लगे हैं। इसके साथ ही बागबानी सीजन-2024 का आगाज भी हो गया है। फरवरी के तीसरे पखवाड़े के साथ ही घाटी में गुठलीदार फलों के बागानों में फूलों की बहार आते ही वातावरण में चार चांद लग जाते हैं। इन दिनों यहां आने वाले पर्यटकों को यह नजारा किसी जन्नत से कम नहीं लगता है। घाटी में बजौरा से लेकर कुल्लू तक बागानों में यह नजारा पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। आजकल घाटी में प्लम, खुमानी व आड़ू के पौधे फूल से लकदक होने लग गए हैं।

आड़ू व खुमानी में गुलाबी रंग के फूल और प्लम के पौधों पर सफेद रंग के फूलों की बहार से घाटी वसंत ऋतु की परिपाटी में महकती है। बागानों के इन फूलों के खिलने पर अच्छी फसल के लिए बागबान आस करते हैं। हालांकि घाटी की मुख्य फसल सेब पर लोगों की आर्थिकी निर्भर है। लेकिन पिछले कुछ सालों से यहां लगने वाले नाशपाती, प्लम, खुमानी, जापानी, अनार व अन्य फलों से भी मोटी कमाई बागबान करने लगे हैं। बागबानों का कहना है कि इस बार जिस तरह से वर्षा व बर्फबारी कुछ कम हुई है, उससे कुछ चिंता जरूर है लेकिन आने वाले समय में मौसम के सुधरने की भी इन्हे आस है। बागबानों का कहना है कि सेब ही नहीं अन्य फलदार फसलों के लिए भी फ्लावरिंग के समय बढिय़ा व वांछित तापमान की आवश्कता रहती है, जिससे अच्छी सेटिंग हो और फल लगें, लेकिन घाटी में सेब, जो कि यहां की मुख्य फसल है।