मौसम बदलते ही भेड़पालकों ने किया पहाड़ों का रुख

प्रदेश के किन्नौर, डोडरा क्वार, भरमौर से सैकड़ों भेड़-बकरियों के रेबड़ के साथ पलायन कर रहे भेड़पालक
कार्यालय संवाददाता- नाहन
मार्च माह के दूसरे पखवाड़े में मौसम में गर्मियों की दस्तक के साथ ही भेड़पालकों ने अब गर्म स्थानों से पहाड़ों की ओर रूख कर लिया है। सिरमौर के पहाड़ी क्षेत्रों में प्रदेश के किन्नौर, डोडरा क्वार, भरमौर इत्यादि क्षेत्रों से भेड़पालक सैकड़ों भेड़-बकरियों के साथ जिला के मैदानी भागों से पहाड़ी क्षेत्रों की ओर सर्दियों व गर्मियों के दौरान पैदल मार्च करते हुए पलायन करते हैं। वहीं मार्च माह के दूसरे पखवाड़े की शुरुआत के साथ ही भेड़पालक अब जिला के चूड़धार, नौहराधार, हरिपुरधार इत्यादि की तलहटी में मैदानी भागों से पलायन करते हुए सडक़ों व पगडंडियों से गुजर रहे हैं।

भेड़पालकों को हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा चारागाह के लिए वन भूमि क्षेत्र में कुछ दिनों के लिए परमिट भी जारी किए जाते हैं, मगर देखा गया है कि स्थानीय लोगों को भेड़पालकों के चरागाहों के डेरे से दिक्कतें व शिकायतें भी रहती हैं। भेड़पालकों ने बताया कि वन भूमि पर परमिट के अलावा डेरों में कई मर्तबा भारी बारिश, ओलावृष्टि व अज्ञात बीमारियों से भेड़-बकरियों का नुकसान भी होता है। वहीं कई मर्तबा जंगली जानवरों के अलावा अज्ञात लोगों द्वारा भेड़-बकरियों को चोरी के मामले भी होते हैं। ऐसे में भेड़पालक खुले आसमान के नीचे पलायन करते हुए विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं।