बधाई हो… सल्याणा मेला राज्य स्तरीय

ऐतिहासिक जिला स्तरीय उत्सव का बढ़ा दर्जा, आयुष मंत्री यादविंदर गोमा ने पूरा किया वादा

स्टाफ रिपोर्टर- पंचरुखी
ऐतिहासिक जिला स्तरीय सल्याणा छिंज मेला का दर्जा बढ़ा कर राज्य स्तरीय कर दिया गया है। आयुष मंत्री यादविंदर गोमा ने आपना वादा पूरा करते हुए ऐतिहासिक सल्याणा छिंज मेले का दर्जा बढ़ाकर राज्य स्तरीय कर दिया है, जिससे लोगों में खुशी की लहर है व उन्होंने मंत्री यादविंदर गोमा व मुख्यमंत्री सुक्खू का आभार व्यक्त किया है। बताते चलें कि सल्याणा मेला आपसी भाईचारा एवं सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है। यह मेला इलाके में काफी महत्त्व रखता है। बाबा लखदाता की याद में 1846 से मेला लगता आ रहा है। नि:संदेह सल्याणा छिंज मेला ऐतिहासिक रूप से हिमाचल, विशेषकर पालम संस्कृति का द्योतक है। इसे राजकीय संरक्षण एवं प्रोत्साहन की आवश्यकता है। इस मेले से श्रद्धा एवं आपसी समरसता की वो धारा बहती है, जिसे देखने के लिए लोग दूरदराज से आते हैं। मेला प्रारंभ होने से पहले श्री लख देवता की विधिपूर्वक पूजा होती है। श्री लख देवता की इलाके की समृद्धि व खुशहाली के लिए प्रार्थना की जाती है । यह मेला पांच दिन का चलने वाला 28 मार्च से पहली अप्रैल तक चलता है।

वैसे भी भाजपा राष्ट्रीय संस्कृति के विकास एवं संवद्र्धन के लिए कृतसंकल्प एवं वचनबद्ध है। इलाके के सब निवासियों की हिमाचल सरकार सामूहिक अपील है कि छिंज मेला सल्याणा को राज्य स्तरीय किया जाए। यह छिंज हमारी पुरातन छिंज है। इस इलाके के बुजर्ग साहिबान जोगिंद्रनगर तक पैदल छिंज के लिए चंदा इक_ा करने जाते थे, जो पहलवान दूर-दूर से आते थे, उन्हें अपने घरों में ठहराते थे और उनका आथित्य सत्कार करते थे, उनकी कड़ी मेहनत से यह छिंज आज हमारे भाईचारे की मिशाल बनी है। इस छिंज मेला सल्याणा को राज्य स्तरीय करने की व्यवस्था की जाए, बुजुर्गों के लिए यह एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जयसिंहपुर विधायक यादविंद्र गोमा के ही प्रयास से यह मेला जिला स्तरीय दर्जा पा सका था। अब जयसिंहपुर विधायक यादविंद्र गोमा कहते हैं कि मेले को राज्य स्तरीय दर्जा दिलवाने को प्रयासरत हैं, जबकि इस बार मंत्री गोमा ने अपना वादा पूरा करते हुए। इस मेले का दर्जा बढ़ाकर राज्य स्तरीय कर दिया है।