दलाईलामा बोले, मैं और तुम की भावना को त्यागें

धर्मगुरु दलाईलामा के निवास स्थान पर विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने लिया आशीर्वाद

नगर संवाददाता-मकलोडगंज
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल में शुमार मकलोडगंज तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा के निवास स्थान पर विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने दलाईलामा से मुलाकात की। इस मौके पर सीनेट विनियोग समिति के अल्पसंख्यक क्लर्क पॉल ग्रोव, अमरीकी विदेश विभाग के वरिष्ठ विनियोग सलाहकार पाल राडेमाकर, यूएसएआईडी मिशन निदेशक वीना रेड्डी, कार्यक्रम सहायता निदेशक वॉरेन हैरिटी, परियोजना प्रबंधन विशेषज्ञ राधारानी ठाकुरिया, परियोजना विकास विशेषज्ञ प्रियंका सेठी और यूएसएआईडी सलाहकार तेनजिन नोरसांग ने धर्मगुरु दलाईलामा से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। इस दौरान धर्मगुरु दलाईलामा से उन्होंने आशीर्वाद लिया और विभिन विषय पर चर्चा की।

दुनिया में तेजी से बढ़ रही हिंसा पर दुख जताते हुए हुए तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा है कि ऐसे समय में अहिंसा, प्रेम, करुणा और सहिष्णुता का प्रचार करना जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे से प्रेम करें। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने सभी को एक समान बनाया है। मैं और तुम की भावना को त्यागें, केवल अपने बारे में सोचने से शांति नहीं मिलती। इसके लिए मन में करुणा लाना चाहिए. एक दूसरे के प्रति मनुष्यता का भाव होना चाहिए। इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग और सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग-सीटीए के सचिव कर्मा चोयिंग भी मौजूद रहें।