सडक़ निर्माण में पर्यावरण की धज्जियां उड़ीं

समाजसेवी नाथू राम बोले, निरीक्षण टीमों व एनजीटी ने निर्माण कंपनी को लगाई कड़ी फटकार
कार्यालय संवाददाता-पांवटा साहिब
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों पर गठित विभागीय कमेटी ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग-707 का दौरा कर कंपनियों के काम में भारी अनियमितताएं पाई हैं। 12, 21 व 22 मार्च को हुए निरीक्षण के दौरान यह बात सामने आई है। यह बात पांवटा साहिब में एक पत्रकार वार्ता के दौरान समाजसेवी नाथू राम चौहान ने कही है। उन्होंने कहा कि एनएच-707 सडक़ निर्माण कार्य की जवाबदेही में कंपनी के कर्मचारी अनियमितताओं के संबंध में प्रशासनिक टीमों को सही जवाब ही नहीं दे पाए, जिस पर कंपनी के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगी है। राष्ट्रीय राजमार्ग-707 के निर्माण में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया है। जांच कमेटी ने भी निर्माण कार्य में बरती गई लापरवाही को जघन्य अपराध की श्रेणी की संज्ञा दी है। हाई-वे की खुदाई व अवैज्ञानिक तरीके से हो रहे डंपिंग यार्ड को लेकर भी एनजीटी ने पीआईएल दर्ज की हुई है। गौरतलब हो कि शुक्रवार को एनजीटी द्वारा गठित टीम ने शिकायत में दर्शाए गए अवैध डंपिंग स्थलों का दौरा किया। इस दौरान एनजीटी द्वारा गठित टीम के समक्ष स्थानीय लोगों का जमकर गुस्सा फूटा।

गुम्मा बाजार में लोगों ने क्षेत्र में काम कर रही धतरवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों का आरोप था कि इस कंपनी ने सडक़ निर्माण में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया है। अवैज्ञानिक ढंग से डंपिंग की है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों की बहुत सी जमीन, घर, लिंक रोड, पुराने रास्ते, सिंचाई की नहरें और पेयजल स्कीमें नष्ट हुई हैं। स्कूल को जाने वाला रास्ता भी पूरी तरह से टूट गया है। सडक़ के साथ लगते कुछ मकान टूट गए हैं। गुस्साए लोगों ने जांच कमेटी के अध्यक्ष एडीसी शिमला अजीत भारद्वाज की गाड़ी को भी रोक कर रखा। स्थानीय लोगों ने कुछ मामलों में लिखित आश्वासन के बाद एडीसी, मोर्थ प्रोजेक्ट डायरेक्टर और धतरवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक की गाडिय़ों को जाने दिया। एनजीटी को दी शिकायत में चिन्हित स्थान की जांच के दौरान पाई गई अनियमिताओं को लेकर जांच कमेटी भी गुस्से में नजर आई। एडीसी अजीत भारद्वाज ने तो यहां तक कह दिया कि इस तरह का कार्य अन्यायपूर्ण एवं जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है। पर्यावरण को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंचाई गई है। उन्होंने कहा कि कमेटी इसकी रिपोर्ट तैयार कर जल्द एनजीटी को भेजेगी।