नाटक ‘मंडला’ से मानवीय रिश्तों की परख

कुल्लू में नाट्य महोत्सव की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या का मुख्यातिथि होमगार्ड कमांडेंट निश्चिंत नेगी ने किया शुभारंभ
कार्यालय संवाददाता-कुल्लू
कला कुल्लू कलाकेंद्र में करवाए जा रहे नौ दिवसीय ‘कुल्लू राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव’ की पांचवी संध्या सिली सोलस फाउंडेशन दिल्ली के कलाकारों ने प्रियंका शर्मा द्वारा लिखित व निर्देशित मानवीय रिश्तों और संवेदनाओं से ओतप्रोत नाटक ‘मंडला’ का मंचन किया। नाटक की कहानी एक ऐसी स्त्री के इर्द गिर्द घूमती है जो शायद इस जिंदगी की असलियत नहीं समझ पा रही और न ही उसे समझना चाहती है। वह स्त्री ममता तलाकशुदा है और अपने घर में अकेले रहती है। एक दिन उसके घर पर मोहिनी नाम की लडक़ी किराए पर रहने आती है। वे दोनों आपस में बहुत अच्छी दोस्त बन जाती हैं। ममता उसे अपने जीवन के बारे में बहुत सी बातें बताती है। वह 24 घंटे जीवन की ही बातें करती रहती है। वह उससे अभी भी बेहद प्यार करती है और उसे आशा है कि एक दिन वह उसकी जिंदगी में दोबारा आ जाएगा। एक दिन जीवन ममता से मिलने आता है और मोहिनी से भी उसकी मुलाकात हो जाती है।

उसके बाद पीठ पीछे मोहिनी और जीवन का प्रेम प्रसंग चलता है और ममता को सब पता चल जाता है। जीवन के कहने पर मोहिनी अब ममता का घर छोडक़र जा रही होती है तो ममता उसे उसके साथ अंतिम काफी पीने को कहती है और साथ ही कहती है कि मै तुम्हारे लिए जन्मदिन का तोहफा लाया लाई हूूं। चलो आज ही ले लो क्यांकि दोबारा तो तुम अब मिलोगी नहीं। वह तौहफे के नाम पर उसके गले में एक स्कॉर्फ बांधती है और मोहिनी को गला घोंट कर मार देती है, ताकि उसका एक्स पति जिसे वह अब भी अपना पति मानती है किसी और का न हो सके। प्रियंका शर्मा ने ममता के किरदार को बहुत बारीकी से निभाया जबकि मोहिनी के किरदार को अंजाम दिया निकिता ने औश्र जीवन की भूमिका में अमित ने सराहनीय अभिनय किया। मंच पाश्र्व में प्रकाश संयोजन प्रशांत, संगीत संचालन एवं मंच व्यवस्था कपित का रहा। इस संध्या में बतौर मुख्यातिथि होमगार्ड कमांडेंट निश्चिंत नेगी रहे।