जिला के डिपुओं में नहीं मिल रहा आटा

डिपुओं से खाली हाथ वापस घर लौट रहे लोग, बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर

सिटी रिपोर्टर—शिमला
आचार संहिता के बीच जहां लोगों को खुली दालें मिली हैं, वहीं एपीएल परिवारों को इस बार आटा भी नहीं मिल पाया है। हालांकि अभी सप्लाई आने को है, लेकिन इस महीने एपीएल के परिवारों को बिना आटा लिए खाली हाथ डिपो से वापस लौटना पड़ा है। आटा न मिलने से हजारों उपभोक्ताओं को अब बाजारों से महंगी दरों पर आटा खरीदना पड़ेगा। लोगों को पेश आ रही इस समस्या का समाधान जिला नियंत्रक खाद्य आपूर्ति विभाग भी नहीं कर पा रहा है। शहर में 30 हजार के करीब राशन कार्डधारक उपभोक्ता हैं। उपभोक्ताओं को शहर में 40 से अधिक राशन डिपुओं से सबसिडी पर आटा, चावल, चीनी, नमक, तेल और पसंद की तीन दालें मुहैया करवाई जाती हैं। रविवार को शहर के भीतर अलग-अलग डिपुओं में एपीएल परिवारों को मिलने वाला आटा खत्म हो गया है।

उपभोक्ताओं ने जब पूछा तो बताया कि गोदाम में आटा खत्म हो गया है। ऐसे में जब सप्लाई आएगी, उसके बाद ही आटा डिपो में उपलब्ध करवाया जाएगा। अब लोगों को बाजारों से 36 से 37 रुपए प्रतिकिलो की दर से आटा खरीदना पड़ रहा है। इस वजह से त्योहारी सीजन के दौरान लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सब्जी मंडी निवासी रमेश, लक्कड़ बाजार के दीपक और अनीता ने बताया कि विभाग को चाहिए कि वह पूरा राशन उपलब्ध करवाए। आए दिन इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है। शहर के कुछ डिपो ऐसे हैं, जहां एपीएल राशनकार्ड धारकों का आटा बचा है, लेकिन यह आटे का कोटा भी एक दिन का ही बचा है। ऐसे में अगर सप्लाई जल्द नहीं आती है तो हाहाकार मच सकता है।