जॉब बेस्ड एजुकेशन देने पर सरकार का फोकस

लाल बहादुर शास्त्री राजकीय डिग्री कालेज में बोले शिक्षा मंत्री

स्टाफ रिपोर्टर—रोहडू
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि जॉब बेस्ड और क्वालिटी बेस्ड एजुकेशन वर्तमान प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। जॉब बेस्ड एजुकेशन को बढऩे के लिए बी-वॉक कोर्स शुरू किए गए हैं, जिसमें रिटेल मेनेजमेंट, टुरिज्म और ट्रैवल मेनेजमेंट प्रमुख है। रोहित ठाकुर सोमवार को जुब्बल के सरस्वतीनगर में लगभग नौ करोड़ रुपए से बनने वाले लाल बहादुर शास्त्री राजकीय डिग्री महाविद्यालय के इंडोर स्टेडियम की आधारशिला रखने के उपरांत महाविद्यालय के वार्षिक समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने महाविद्यालय के छात्रों को सफलता हासिल करने पर बधाई दी और सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस इंडोर स्टेडियम का लाभ कॉलेज के छात्रों और साथ लगते क्षेत्र की जनता को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी महाविद्यालय के वार्षिक समारोह में शामिल होने का अवसर उन्हें प्राप्त हुआ था। रोहित ठाकुर ने कहा कि जुब्बल क्षेत्र की, जो भी मांगें थी, उन्हें चरणबद्ध तरीके से पूर्ण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त लगभग तीन करोड़ रुपए से शैक्षणिक सत्र से पीजी के नए कोर्सेज आरंभ किए गए है, जिसमें छात्र अंग्रेजी, हिंदी और कॉमर्स की पढ़ाई कर सकेंगे और इसके अतिरिक्त बी-वॉक के कोर्स भी आरंभ किए हैं। इनसे संबंधित महाविद्यालय में एक अलग ब्लॉक बनेगा, जिसके लिए वित्तीय स्वीकृति विभाग द्वारा दे दी गई है। उन्होंने कहा कि इसका टेंडर भी शीघ्र कर दिया जाएगा।

भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर साधा निशाना
पिछली भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर निशाना साधते हुए खेल मैदान के अधूरे कार्य को लेकर उन्होंने कहा कि जिला शिमला में कुछ ही ऐसे क्षेत्र हैं, जहां ऐसे मैदान उपलब्ध हैं और इसे सावड़ा कुड्डु परियोजना के लिए डंपिंग साइट के तौर पर इस्तेमाल करने की बात सामने आई थी और पिछले लगभग 15 वर्षों से यहां खेल गतिविधियां बंद पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इस मैदान में खेल गतिविधियां को शुरू करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी।

ये भी रहे उपस्थित
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा, हिमफेड के अध्यक्ष भीम सिंह झौटा, कांग्रेस पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के प्रधानाचार्य, राजकीय महाविद्यालय सीमा और टिक्कर के प्रधानाचार्य, अन्य शिक्षक वर्ग, महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, स्थानीय पंचायत तथा साथ लगती पंचायतों के जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।