12 करोड़ की ग्रांट रुकी, आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से नगर निगम के काम पर लगी ब्रेक

स्टाफ रिपोर्टर- मंडी
आचार संहिता लगने से नगर निगम मंडी के विकास कार्यों में ब्रेक लग गई है। जहां कें द्र और राज्य सरकार से आने वाली ग्रांट के लिए नगर निगम को दो महीनों से ज्यादा का इंतजार करना पड़ेगा। वहीं निगम के वार्डों में हो रहे विकास कार्य भी अधर में लटक गए हैं। नगर निगम पहले से ही आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। आचार संहिता लगने के बाद निगमवासियों में निराशा देखी जा सकती है। नए जोड़े गए वार्डों में विकास कार्य में गति आने की उम्मीद जगी थी परंतु अब आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से इस सभी वार्डों में हो रहे विकास कार्यों के लिए दो महीना अतिरिक्त समय का इंतजार करना पड़ेगा। 15 वार्डों वाले नगर निगम मंडी को केंद्र से मिलने वाली 8 करोड़ रुपए की वार्षिक ग्रांट और राज्य सरकार से 4 करोड़ रुपये बकाया के लिए भी इंतजार करना होगा। चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अब केंद्र से ग्रांट मिल पाएगी और कार्य फि र सुचारू रूप से चल पाएंगे। आम चुनावों की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अब केंद्र से 8 करोड़ और राज्य सरकार से 4 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद की जा सक ती है।

वहीं यदि नगर निगम मंडी के 15 वार्डों में हो रहे विकास कार्यों की बात की जाए तो सभी विकास कार्य थम गए हैं। निगम के 2024 के बजट में नए जोड़े वार्डों और अन्य सभी वार्डांे के लिए टैंडर अवार्ड हुए थे। उनमें से कुछ कार्य शुरू भी हो गए थे। वहीं आपदा के कारण हुई त्रासदी पर भी नगर निगम कार्य कर रहा था। अब यह सभी कार्य लगभग दो महीनों के बाद ही शुरू हो पांएगे। बता दें कि नगर निगम द्वारा आपदा प्रभावित वार्डों में डंगे लगाना, टूटे रास्तों को दोबारा बनाना, संपर्क सडक़ों को बनाने का कार्य किया जा रहा था। वहीं अब बरसात आने में भी कुछ ही समय का समय शेष रह गया है। यदि समय रहते यह कार्य पूरा नहीं कर लिया गया तो आने वाली बरसात में पिछले साल हुई तबाही से ज्यादा नुकसान होगा।

दो महीने का इंतजार
नगर निगम मंडी के आयुक्त एचएस राणा ने कहा कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के कारण निगम के सभी वार्डों में हो रहे विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। चुनाव संहिता समाप्त होने के बाद युद्घ स्तर पर सभी विकास कार्य श्ुारू कर दिए जाएंगे। जिसके लिए अब निगम वासियों को दो महीनों से अधिक समय का इंतजार करना पड़ेगा।