होली मेला…फूलों से सजी निकलीं मां काली

दो क्विंटल फूलों से सजी थी बड़ी माता की झांकी, इत्र से महकी मां ने दिया लोगों को आशीर्वाद

कार्यालय संवाददाता -पालमपुर
राज्य स्तरीय होली महोत्सव के दौरान पालमपुर की जनता को सबसे अधिक इंतजार कालीबाड़ी मंदिर से निकाली जाने वाली काली माता की झांकी का रहता है। पालमपुर सहित आसपास के क्षेत्रों के लोग देर शाम तक काली माता की झांकी के दर्शन करने को बैठे रहते हैं। लोगों को अधिक इंतजार न करना पड़े, इसके लिए अब काली मां की झांकी तीन बजे के आसपास ही निकाल दी जाती है। होली के अवसर पर काली माता की झांकी निकाले जाने की प्रथा बरसों पुरानी और लोगों की अगाढ़ श्रद्धा का प्रतीक है। इस बार काली माता की झांकी को दो क्विंटल फूलों से सजाया गया, वहीं विशेष किस्म के इत्र भी छिडक़े गए।

मां के जयकारों के बीच खुशबूदार फूलों व इत्र से सजी यह झांकी जब निकली तो सारे वातावरण में महक फैल गई। गौर रहे कि होली महोत्सव के दौरान पालमपुर बाजार, बंदला, लोहना और घुग्गर से चार दिन झांकियां निकाली जाती हैं और इनमें तीसरे दिन निकाली जाने वाली काली मां की झांकी का विशेष स्थान है। झांकी के लिए मां काली का रूप धारण करने वाले व्यक्ति को विशेष पूजा-पाठ के साथ तैयार किया जाता है। मंत्रोच्चारण के साथ मां काली झांकी पर अपना स्थान ग्रहण करती हैं और हवन लगातार जारी रहता है। लोग नारियल आदि चढ़ाकर मनोकामनाएं पूरी करने का आशीर्वाद व मां का प्रसाद ग्रहण करते हैं।