महिलाओं का सम्मान कर दूसरों को करें प्रेरित

केलांग के जनजातीय संग्रहालय में मनाया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने महिलाओं को आगे बढऩे के लिए किया प्रेरित
जिला संवाददाता- केलांग
केलांग स्थित जनजातीय संग्रहालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इसकी अध्यक्षता एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष महिला दिवस की थीम ‘इंस्पायर इन्कल्यूशन यानी समावेशन को प्रेरित करें’ रखी गई है , जिसके तहत हमें जहां महिलाओं का समान करना है और दूसरों को भी प्रेरित करना है। इस अवसर पर आयुर्वेदिक डॉक्टर सुशील ने महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी । उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए अनेकों योजना चलाई गई है जिसका फायदा उठाने के लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए।

बाल संरक्षण अधिकारी हीरा नंद ने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर समाज को नई रहा दिखाने वाली महिलाओं व बेटियों को समृद्धि चिन्ह व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान महिला मंडल लोअर केलांग, प्राथमिक पाठशाला केलांग तथा आंगनबाड़ी के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर उपमंडल अधिकारी नागरिक केलांग रजनीश शर्मा, परियोजना अधिकारी सोनू गोयल, एसडीओ आईपीएस संजू बौद्ध और विभिन्न विभागों के विभाग अध्यक्ष, कर्मचारी और महिला मंडलों ने भाग लिया।

मन लगाकर शिक्षा ग्रहण करें बेटियां
पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने कहा कि लाहुल-स्पीति जिला की संस्कृति समृद्ध और अदभुत है। जिला की महिलाएं अत्यंत मेहनती हैं। प्रदेश सरकार द्वारा चलाइ जा रही विभिन्न कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में आंगनबाड़ी और आशा वर्कर की भूमिका अहम रहती है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे अहम आत्मविश्वास है। उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व बनता है की मातृ शक्ति को सामान दे तथा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करें। बेटियों से आग्रह किया कि वे मन लगाकर शिक्षा ग्रहण करें क्योंकि शिक्षा से ही उनके समग्र समाज का विकास सुनिश्चित है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बेटियों को भी बेटे के समान दर्जा दें ताकि बेटियों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उत्पीडऩ से बचने के लिए अनेक कानून बने हैं, परंतु कई बार महिला उन पर हो रहे अत्याचार की शिकायत नहीं करती हैं।