871 करोड़ से बनेगा लठियाणी-मंदली पुल

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रखी आधारशिला, 30 साल से चल रही सियासत कर दी खत्म

कार्यालय संवाददाता-बंगाणा
कुटलैहड़ विस क्षेत्र के बहुचर्चित लठियाणी-मंदली पुल का मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को शिलान्यास किया। लठियाणी-मंदली पुल पर 871 करोड़ रुपए की लागत आएगी। एशिया के सबसे बड़े बांध पर स्थित लाठियाणी-मंदली पुल का निर्माण अपने आप में एक इतिहास हैं। करीब तीन दशकों से राजनीति में घिरे इस पुल पर अब राजनीति पर पूर्ण विराम लग चुका है। राज्य में जब 2017 में भाजपा की सरकार बनी और कुटलैहड़ को कैबिनेट मंत्रालय का दर्जा मिला था, उस समय से तत्काल मंत्री वीरेंद्र कंवर उक्त पुल निर्माण के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और नितिन गडकरी के साथ चर्चा करते रहे। पहले उक्त पुल का सर्वे करवाया। फिर डीपीआर तैयार करवाई। फिर 871 करोड़ की धनराशि मुहैया करवाई। उक्त पुल निर्माण की भूमि अधिग्रहण की प्र िक्रया लगभग पूरी हो चुकी है। एक आधुनिक तरीके से पुल का निर्माण होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगर देश में कोविड महामारी न आती तो इस पुल का निर्माण पहले ही हो जाना था। उक्त पुल निर्माण के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर एवं पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने काफी मेहनत की। कई बार मुलाकात करके पुल निर्माण करवाने के लिए जोर दिया था। उक्त पुल का शिलान्यास पर क्षेत्र की जनता को बधाई देता हूं।

उधर, केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि तीन दशकों से जब भी चुनाव आते थे, तो कांग्रेस नेता झूठे शिलान्यास करके लठियाणी-मंदली पुल निर्माण के लिए जनता को भ्रमित करते थे। हमने पहले पुल निर्माण के लिए बजट का प्रावधान करवाया। फिर भूमि अधिग्रहण करवाने की प्रक्रिया को पूर्ण किया। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उधर पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि लठियानी-मंदली पुल बनाना मेरा सपना था। आज मेरा सपना साकार हो रहा है। जो लोग लठियानी-मंदली पुल को लेकर जनता को भ्रमित करते थे और चुनावो के समय झूठी शिलान्यास पटिकाओ को लगाकर जनता को भ्रमित करते थे, आज उक्त पुल का शिलान्यास उनके मुंह पर तमाचा है। आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लठियाणी मंदली पुल का शिलान्यास करके कुटलैहड़ ही नहीं बल्कि हमीरपुर बिलासपुर जिले को ऊना के साथ जोड़ा है।