अपनी पाठशाला मुहिम के तहत किया जागरूक

मेरा गांव, मेरा देश एक सहारा संस्था ने शिक्षा को लेकर बस्ती के बच्चों, अविभावकों को दे रही टिप्स

कार्यालय संवाददाता-पांवटा साहिब
आज के दौर में शिक्षा बाजारवाद और निजीकरण की भेंट चढ़ती जा रही है। शिक्षा महंगी होकर आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही है। गरीब मजदूर और मलिन बस्ती में रहने वाले परिवारों के बच्चों के लिए तो शिक्षा हासिल करना एक सपना बन गया है। इन बस्तियों में मौजूद हालात की यदि पड़ताल की जाए तो तस्वीर बहुत भयावह है, जिसको लेकर माजरा में मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था द्वारा अपनी पाठशाला मुहिम के माध्यम से बस्ती के बच्चों को शिक्षा के प्रति जगारूक किया जा रहा है। संस्था के युवा बच्चों को निशुल्क पढ़ाने के साथ ही उनकी कापी-किताब का भी इंतजाम किया जा रहा है। संस्था के निदेशक अनुराग गुप्ता व अध्यक्ष पुष्पा खंडूजा की टीम सदस्यीय टीम हर रोज बच्चों को पढ़ा रही है।

संस्था अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने शहर के विभिन्न चौराहों पर कुछ मासूम बच्चों को भीख मांगते हुए देखा। बच्चों की इस दशा को देखकर उन्होंने उनके भविष्य को संवारने की ठान ली है । इसके लिए मेरा गांव मेरा देश सहारा संस्था द्वारा मजारा समेत कई बस्तियों में लगातार कैंप आयोजित कर बच्चों को स्कूल भेजने की मुहिम शुरू की। इस दौरान अनुराग गुप्ता ने कहा कि वंचित समाज में सही मायने में बदलाव तभी आएग, जब उस समाज के सभी लोग शिक्षित-प्रशिक्षित होंगे।