मंडी को मिला तोहफा… आयुर्वेदिक अनुसंधान संस्थान पंडोह का आगाज

पंडोह में केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री ने किया उद्घाटन, लोगों को मिलेंगी स्वास्थ्य सेवाएं

निजी संवाददाता- पंडोह
वर्ष 2005 से निर्माणाधीन क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अनुसंधान संस्थान पंडोह शनिवार को 19 वर्षों के बाद जनता को समर्पित किया गया। हालांकि संस्थान का रिसर्च सेंटर पिछले 3 वर्षों से शुरू कर दिया गया है। शनिवार को केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री डा. मुंजपरा महेंद्रभाई कालूभाई ने क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान पंडोह के नवनिर्मित मुख्य भवन, योग व पंचकर्म भवन तथा 9 पंचकर्म संकुल का लोकार्पण किया। इनके निर्माण पर 22.5 करोड़ रुपये की राशि व्यय हुई है।

उन्होंने कहा कि इस भवन के लोकार्पण से जहां स्थानीय लोगों के लिए उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। वहीं अनेक प्रकार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। आयुर्वेद के अनुसंधान के क्षेत्र में यह संस्थान उत्कृष्ट कार्य करेगा। इससे आयुर्वेद के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को आधुनिकता और सुगमता के साथ जोडऩे का संकल्प पूरा होगा। हिमाचल प्रदेश के नागरिक आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति, पंचकर्म चिकित्सा एवं योग द्वारा लाभांवित होंगे। वहीं अन्य प्रदेशों एवं विदेशों से आने वाले पर्यटक भी मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के माध्यम से पंचकर्म एवं योग के द्वारा स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। आयुष राज्य मंत्री ने इस मौके पर क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान रानीखेत उत्तराखंड में 7.87 करोड़ की लागत से बनने वाले स्टाफ क्वार्टर एवं गेस्ट हाउस का वर्चुअल शिलान्यास भी किया।

ये गणमान्य रहे मौजूद
इस अवसर पर विधायक अनिल शर्मा, नगर परिषद मंडी के महापौर वीरेंद्र भटट, श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र हरियाणा के कुलपति प्रो वैद्य करतार सिंह धीमान, महानिदेशक सीसीआरएएस, प्रो. वैद्य रबिनारायण आचार्य, उप निदेशक प्रशासन कें द्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली दीपक कोचर, सहायक निदेशक प्रभारी आरएआरआई पंडोह डा. राजेश संड ग्राम पंचायत सियोगी की प्रधान बीना देवी सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।