ड्रोन सर्वे की रिपोर्ट तैयार करने में जुटा एमसी

अवैध निर्माण सहित एमसी की जमीन होगी चिन्हित, वार्डों में जाकर फिर से सर्वे करेंगे नगर निगम के कर्मचारी

सिटी रिपोर्टर—शिमला
नगर निगम ने अपनी जमीन और शहर में हो रहे अवैध निर्माण के अलावा शहर की व्यवस्था को जांचने और सर्वे के लिए ड्रोन से मैंपिंग का कार्य पूरा कर लिया है। इन दिनों नगर निगम ड्रोन से हुई मैंपिंग की रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है। रिपोर्ट तैयार करने के बाद नगर निगम के कर्मचारी फिर से एक सर्वे करने वाले हैं। इस सर्वें में कर्मचारी स्वयं वार्डों में जाकर जांच पड़ताल कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। वहीं, अवैध निर्माण करने वालों को भी नोटिस देंगे। ड्रोन मैपिंग के जरिए नगर निगम के सामने कई टैक्स चोर सामने आए हैं। लोगों ने अपना घर कागजों में छोटा दिखाया है, लेकिन ड्रोन मैपिंग से पता चला कि यह कम टैक्स दे रहे हैं।

ऐसे लोगों को भी नगर निगम चिन्हित करेगा। इसके साथ ही नगर निगम की जमीन पर भी कई ेलोगों ने ढारे बना दिए हैं। हैरत इस बात की है कि इन लोगों ने नगर निगम की जमीन इस्तेमाल करने से पहले कोई अनुमति भी नहीं ली है। ऐसे में इन लोगों को ढारे भी नगर निगम हटाने वाला है और यहां पर अपनी जमीन को खाली कर यहां पर विकास कार्यों जैसे सामुदायिक भवन, पार्किंग औ लाइब्रेरी का निर्माण करने वाले हैं। यहां तक कि अपनी खाली जमीन पर नगर निगम आय बढ़ाने को लेकर भी कई कार्य करने वाला है। फिलहाल अभी पूरी जमीन की रिपोर्ट तैयार की जानी है और जमीन को चिन्हित कर आचार संहिता के बाद एक प्लान तैयार करने वाले हैं। ड्रोन सर्वे की रिपोर्ट के तहत शहर का एक मैप भी तैयार किया जाना है। इस मैप के तहत अन्य विकास कार्य भी किए जाने हैं।

ड्रेनेज सिस्टम के लिए बनेगा प्लान
ड्रोन सर्वे से शहर का मैप तैयार करने के बाद नगर निगम ड्रेनेज सिस्टम को भी तैयार करेगा। ताकि भारी बरसात होने पर शहर में थोड़ा सा पानी भी जमा न हो। इससे जहां बरसात में कोई हादसे का खतरा नहीं पनपेगा वहीं गंदें पानी से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा। जहां पर नालों को चैनलाइज करने की जरूरत होगी वहां पर नाले को भी चैनेलाइज किया जाना है।

ड्रोन के बाद अब कर्मचारी करेंगे सर्वे
ड्रोन सर्वे पूरा हो गया है। इसकी रिपोर्ट तैयार होने के बाद अब नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी फिल्ड में जाकर एक और सर्वे करने वाला है। इस सर्वे के तहत नगर निगम की जमीन को चिन्हित किया जाना है। वहीं नगर निगम की जमीन पर किया गये अवैध निर्माण को भी नगर निगम इस सर्वे के दौरान ही हटाने वाले है। सर्वे में जहां नगर निगम को अपनी सही जमीन मिलने वाली है वहीं आय के साधन बढ़ाने के लिए भी नगर निगम के पास एक अच्छा प्लान तैयार होगा।