मंदिरों में गूंजा ऊं नम: शिवाय

मंदिरों के कपाट खुलने पर फल-फूल लेकर पहुंचे भक्त, भोलेनाथ का लिया आशीर्वाद

सिटी रिपोर्टर- बिलासपुर, बरठीं
बिलासपुर में शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। भक्तों ने शिव मंदिरों में शिव भगवान के पूजा अर्चना की और शिवलिंग का जलाभिषेक किया। सभी शिवालय ऊं नम: शिवाय के जयकारों के गूंज उठे। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमडऩी शुरू हो गई थी। यह सिलसिला दोपहर तक जारी रहा। वहीं, जगह जगह खीर और फलाहार के भंडारे लगाए गए। जिला मुख्यालय पर स्थित मंदिर न्यास श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में मंदिर न्यास अध्यक्ष एवं एसडीएम सदर अभिषेक गर्ग (आईएएस) ने सुबह शिवालय में रूद्राभिषेक किया। वहींए न्यास द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा में कथावाचक पंडित सुशील कुमार अपने मुखारविंद से प्रवचनों की अमृत वर्षा करते हुए भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों और अवतारों का वर्णन किया गया। साथ ही शुक्राचार्य पर कृपा और अमृत संजीवनी विद्या के दान के बारे में भी बताया। कथा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण किया।

इसके अलावा दोपहर बाद मंदिर न्यास द्वारा विशाल शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं द्वारा झांकियां प्रस्तुत की गई। बैंड बाजे के साथ मंदिर परिसर से शुरू हुई यह शोभा यात्रा डियारा सेक्टर, बस अड्डा, चंपा पार्क, कालेज चौक, गुरुद्वारा चौक व रौड़ा सेक्टर से होते हुए वापस मंदिर पहुंची। इस यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और सभी भगवान शिव की भक्ति में झूमे। उधर, पंडित बाबूराम शर्मा ने बताया कि मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमडऩी शुरू हो गई थी। भक्तों ने कतारबद्ध तरीके से भगवान शिव के दर्शन किए। उन्होंने बताया कि 9 मार्च को हवन यज्ञ के बाद पूर्णाहुति होगी और उसके बाद 3 बजे से विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा।

शिव शक्ति मंदिर कोटलु ब्राह्मणा में महा शिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही हर भक्त के लिए फलाहार की व्यवस्था मंदिर कमेटी के द्वारा की गई थी। गजरेला, भाथू, वेजू व शाबुदाना सहित अन्य व्यवस्था की गई थी। इस दौरान करीब दस क्विंटल गजरेल्ला, इतने ही संख्या में आलु, बैजू सहित अन्य व्यवस्था कमेटी के द्वारा की गई थी। इस अवसर पर मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों मे कमेटी प्रधान मनोहर लाल, राम चंद, बिशन दास, पवन नड्डा, होशियार सिंह, बलदेव राज सहित सभी सदस्य मौजूद रहे। इस अवसर पर मंदिर में चल रही श्री राम कथा में भी भक्तों की भारी संख्या रही। इस राम कथा में कथा वाचक मदन लाल दुर्वासा ने सीता हरण के दृश्यों को सुनाया। वहीं स्वारघाट व नयनादेवी में भी धूम रही।