तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह की वर्षगांठ पर देशभक्तों के बलिदान को नमन

बौद्ध नगरी मकलोडगंज में धर्मगुरु दलाईलामा से मिला आस्ट्रेलिया का चार संसदीय प्रतिनिधिमंडल, आजादी के लिए जोर-शोर से आवाज बुलंद

नगर संवाददाता- मकलोडगंज
बौद्ध नगरी मकलोडगंज में तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा से उनके निवास स्थान पर रविवार को आस्ट्रेलियाई संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। जानकारी के अनुसार चार सदस्यीय ऑस्ट्रेलियाई संसदीय प्रतिनिधिमंडल चार दिवसीय यात्रा पर धर्मशाला आए हैं। इसके बाद धर्मशाला के मकलोडगंज स्थित बौद्ध मंदिर में तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह की 65वीं वर्षगांठ मनाई गई। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की ओर से तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह दिवस के अधिकारिक स्मरणोत्सव का आयोजन ऑस्ट्रेलिया संसदीय प्रतिनिधिमंडलों की उपस्थिति में थेकचेन चोयेलिंग सुंगलाखांग मकलोडगंज में हुआ। वहीं इस दौरान उन्होंने दलाई लामा की लंबी उम्र की कामना भी की। तिब्बती की आजादी के लिए वीर तिब्बती महिला-पुरुष बलिदान दे रहे हैं। उन सभी को तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह के दिन याद किया जाता है। वहीं निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग ने कहा कि आज हमारा शहीदी दिवस भी है। हम सभी अपने उन देशभक्तों की वीरता को याद करते हैं, जिन्होंने तिब्बत की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं।

उन्होंने निर्वासित तिब्बत प्रशासन की ओर से तिब्बत की धार्मिक, राजनीतिक और जातीय पहचान के लिए अपना सब कुछ बलिदान करने वाले उन देशभक्तों के साहस व कार्यों के प्रति अपनी श्रद्धाजंलि भी दी। मकलोडगंज स्थित बौद्ध मंदिर में तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह की 65वीं वर्षगांठ पर आजादी को लेकर आवाज बुलंद की गई। साथ ही चीन के जुल्मोसितम पर तिब्बती लोगों ने तीखे तेवर अपनाए। धर्मगुरु दलाईलामा से मुलाकात के बाद सिक्योंग पेंपा त्सेरिंग-खेंपो व केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के साथ तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह की 65वीं वर्षगांठ में भाग लिया। प्रतिनिधिमंडल में सीनेटर डीन स्मिथ, तिब्बत के लिए ऑस्ट्रेलियाई ऑल पार्टी संसदीय समूह के सह-अध्यक्ष और लिबरल पार्टी के सदस्य शामिल हैं। इसमें माइकल मैककॉर्मैक सांसद, एक पूर्व उप प्रधान मंत्री जो नेशनल पार्टी से संबंधित हैं। सभी बहुत अनुभवी हैं।