धाकड़ नेता किशन कपूर पर भारी पड़े राजीव भारद्वाज

61 साल के राजीव केसीसी बैंक के रह चुके हैं अध्यक्ष, संगठन में काम करने का अनुभव, शांता कुमार के हैं करीबी, कई बार टिकट से चूके थे

दिव्य हिमाचल ब्यूरो – धर्मशाला
भारतीय जनता पार्टी ने कांगड़ा-चंबा लोकसभा सीट से एक ऐसे उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाया है जो पिछले कई दशकों से सिर्फ संगठन के लिए ही काम करते रहे हैं। विधानसभा के उपचुनावों में जहां भाजपा ने कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं को ही टिकट दिए हैं, वहीं लोकसभा के लिए कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में संगठन के व्यक्ति को टिकट देकर हिसाब बरावर करने का दांव भी खेला है। वर्तमान सांसद किशन कपूर का टिकट काटकर नए प्रत्याशी पर दांव खेलते हुए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने लंबे समय से संगठन से जुड़े रहे डा. राजीव भारद्वाज को उम्मीदवार बनाया है। वर्तमान सांसद किशन कपूर भले ही पिछले चुनावों में रिकॉर्ड मतों से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे बावजूद इसके उन्हें इस बार टिकट नही मिल पाया है। पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया जिसने पिछले लंबे समय से संगठन के लिए काम किया और अभी तक एक बार भी न विधानसभा और न ही लोकसभा का चुनाव लड़ा।

हालांकि इससे पहले दो बार नूरपुर और धर्मशाला से उनका नाम विधानसभा प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर चला, लेकिन टिकट नहीं मिल पाई। इसके बावजूद वह संगठन के प्रति पूरी ईमानदारी के साथ काम करते रहे। डा. राजीव भारद्वाज को उनके साधारण व्यक्तित्व और संगठन के प्रति ईमानदारी से काम करने का इनाम ही मिला है। डा. भारद्वाज के व्यक्तित्व को देखते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने से पार्टी के नेताओं में भी किसी तरह का कोई मतभेद नही है। सभी पार्टी नेता उनको उम्मीदवार बनाए जाने का स्वागत कर रहे हैं। कांगड़ा-चंबा सीट से करीब आधा दर्जन से अधिक भाजपा नेता टिकट की दौड़ में थे, लेकिन पार्टी ने लंबे समय से संगठन कार्य में जुटे डा. राजीव भारद्वाज को टिकट दिया है। डा. राजीव भारद्वाज भाजपा के वर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष है और लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े हैं। उन्होंने युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष से लेकर भाजपा में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया है। राजीव भारद्वाज पूर्व भाजपा सरकारों में परिवहन निगम के उपाध्यक्ष के अलावा कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक केसीसी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनका जन्म नौ फरवरी 1963 को हुआ। वह मूलत: कांगड़ा जिला के नूरपुर के रहने वाले हैं। 61 वर्षीय भारद्वाज का धर्मशाला के डीपो बाजार में भी घर है और वह पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद शांता कुमार के भी काफी करीबी हैं। भारद्वाज शांता कुमार को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं। डॉ. राजीव भारद्वाज नूरपुर में निजी चिकित्सक के रूप में कार्य करते है।