टीबी पर हिमालयन में विशेष जागरूकता शिविर

फार्मेसी एवं नर्सिंग विभाग ने संयुक्त कार्यक्रम कर मनाया विश्व क्षय दिवस, बीसीजी के टीके पर बांटी जानकारी
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-नाहन
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एवं नर्सिंग कालेज ने संयुक्त रूप से विश्व क्षय दिवस को उत्सव की तरह मनाया गया। इस संबंध में फार्मेसी एवं नर्सिंग कालेज के विद्यार्थियों ने टीबी से संबंधित कई सारी जानकारी साझा की। इस उपलक्ष्य में नर्सिंग कालेज के प्रिंसीपल दिनेश चौधरी ने इस बीमारी की उत्पत्ति एवं भारत सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों के बारे में जानकारी दी, जिसमें बीसीजी का टीका एवं डॉट्स प्रमुखता से रहे। प्रिंसीपल ऑफ फार्मेसी डा. रामबाबू शर्मा ने विद्यार्थियों को यह अवगत करवाया कि कैसे यह बीमारी विश्व भर के लोगों को प्रभावित करती है और करीब 10 लाख लोगों को काल के ग्रास में समाहित कर चुकी है। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा ओरल प्रजेंटेशन एवं पोस्टर प्रेजेंटेशन के द्वारा टीबी बीमारी के लक्षण एवं उनके उपचार के बारे में विस्तार से बताया।

इस अवसर पर नर्सिंग एवं फार्मेसी के विद्यार्थियों ने एक स्किट भी प्रस्तुत की जिसमें टीबी के कारण एवं लोगों में कैसे भ्रांतियां फैली हुई हैं के बारे में प्ले के द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि सही इलाज ही टीबी का मात्र उपचार है। गौर हो कि हर वर्ष मार्च में विश्व स्वास्थ्य संगठन टीबी के बारे में विश्व स्तर पर जागरूकता अभियान चलाती है, जिसमें अलग-अलग थीम के जरिए समाज को जागरूक किया जाता है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जो थीम दी है वह है यस वी केन एंड टीबी। हिमालयन समूह कालाअंब के चेयरमैन रजनीश बंसल व वाइस चेयरमैन विकास बंसल ने बताया कि भारत सरकार इसी दिशा में काम करते हुए साल 2030 तक टीबी को पूर्णतय: समाप्त करने के लक्ष्य से आगे भी बढ़ रही है।