आरएसएस का लक्ष्य देश को रामराज्य की पुर्नस्थापना की दिशा में आग ले जाना

कार्यालय संवाददाता-बिलासपुर
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्मित हो जाने के बाद अब आरएसएस ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि अब देश को रामराज्य की पुनस्र्थापना की दिशा में आगे ले जाना है। जिसके तहत देश में ऐसा तंत्र विकसित करना है कि यहां कोई भूखा न सोए, अपराध कम से कम हों व परोपकार की भावना ज्यादा हो। पूरे विश्व की सुख-शांति की गारंटी भारत को बनना है।

यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार ने बताया कि इसी माह नागपुर में आयोजित हुई आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ है कि अब श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के बाद देश को रामराज्य की पुनस्र्थापना की ओर आगे बढऩा है। उन्होंने बताया कि अगले 25 वर्षों के बाद देश में आरएसएस व समाज एकरूप में दिखेगा। किस्मत कुमार ने बताया कि वर्तमान में देश में आरएसएस की 73 हजार शाखाएं चल रही हैं व इन शाखाओं की संख्या एक लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य है। अयोध्या में गत 22 जनवरी को भगवान श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई। इस कार्यक्रम की कड़ी के रूप में चलाए गए अक्षत चावल वितरण कार्यक्रमों में पूरे देश में आरएसएस के 4 लाख 49 हजार कार्यकर्ता लगे