वेंडर मार्केट का नहीं हो पाया उद्घाटन

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू व शहरी विकास मंत्री की व्यस्तता के चलते नहीं मिली सौगात

स्टाफ रिपोर्टर-सोलन
नगर निगम द्वारा सपरून में बनी वेंडर मार्केट के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री व विभागीय मंत्री का इंतजार करते-करते फूल सूख गए, लेकिन वह इस भवन का शुभारंभ करने के लिए नहीं पहुंचे। निगम द्वारा इस वेंडर मार्केट भवन को फूलमालाओं से लादकर दुल्हन की तरह सजाया गया था, लेकिन रविवार को सोलन पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य अपनी व्यस्तताओं के चलते वह यहां नहीं पहुंचे। इस कारण नगर निगम द्वारा की गई तैयारियां धरी की धरी रह गईं। बता दें कि बीते दिसंबर माह में वेंडर मार्केट में बनी 54 दुकानों को रेहड़ी धारकों को आवंटित किया गया था। इससे रेहड़ी धारकों को उम्मीद जगी थी उन्हें जल्द एक स्थायी छत्त मिल जाएगी, जहां से वह अपना कार्य शुरू कर सकेंगे। विंडबना यह है कि लगभग दो माह का समय पूरा होने के बाद भी उन्हें दुकानों की चाबियां नहीं सौंपी गई थी। इसके अतिरिक्त इस भवन में पानी सहित बिजली का कार्य भी अधूरा पड़ा था, जिस कारण भी इन्हें बसाने में देरी हो रही थी। इस कारण नगर निगम की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर प्रश्नचिन्ह लग रहे थे। उधर, जिन रेहड़ी धारकों को दुकानें अलॉट हुई थी वह भी ठगा सा महसूस कर रहे थे।

वह उम्मीद लगाकर बैठे हैं कि जल्द ही उन्हें चाबियां सौंप दी जाएंगी। हालांकि करीब दो सप्ताह पूर्व वेंडर मार्केट के निर्माण कार्य के अंतिम चरण में तेजी आ गई थी। शौचालयों में पानी की समुचित व्यवस्था के साथ ही मार्केट के मुख्य द्वार व ऊपरी मंजिल में रेलिंग आदि का कार्य प्रगति पर था। बीते शुक्रवार को सीएम का सोलन दौरा फाइनल होने के बाद निगम ने ठेकेदार को दिन-रात एक कर इस कार्य को अंतिम रूप देना शुरू करने के निर्देश दे दिए थे। निगम के अधिकारियों के निर्देशों के बाद ठेकेदार ने युद्धस्तर पर रंग-रोगन व अन्य कार्यों को पूरा कर दिया था। वहीं, रविवार को मुख्यमंत्री के दौरे से पहले सुबह के समय ही निगम अधिकारियों की देखरेख में पूरे भवन को फूल-मालाओं से सजाया गया था। हालांकि इस भवन की उद्घाटन पट्टिका अनावरण मुख्यमंत्री द्वारा अन्य योजनाओं की तरह एक ही जगह से करने का था। बावजूद इसके निगम के अधिकारियों की आशा थी कि यदि व्यस्तता के चलते मुख्यमंत्री इस भवन में नहीं पहुंचे तो शहरी विकास मंत्री तो अवश्य भवन को देखने के लिए आएंगे।