पानी का संकट… जलशक्ति आफिस का घेराव

कोठीबंडा में 12 दिन के बाद मिल रहा नाममात्र पानी, बौह-दरीणी ग्रेविटी प्रोजेक्ट बंद होने से गर्मियों से पहले ही चरमराई पेयजल व्यवस्था

निजी संवाददाता-जवाली
गर्मियों की दस्तक होने से पहले ही चरमराई पेयजल व्यवस्था को लेकर कोठीबंडा पंचायत के बाशिंदों ने जल शक्ति विभाग कार्यालय जवाली में पहुंचकर रोष प्रदर्शन किया। लोगों ने विभाग व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। कोठीबंडा पंचायत बाशिंदों ने कहा कि गांव धडू, अमनी, बासा, दियोल, मोरना, कंगलाहड़ में लोगों को 10-12 दिन के बाद ही पानी की सप्लाई मिल रही है तथा वो भी मात्र दो बाल्टी ही पानी नसीब हो पाता है। पीने के अलावा खाना बनाने, नहानेए, कपड़े धोने, पशुओं को पिलाने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। लोगों ने कहा कि पानी की टंकियां खाली पड़ी हैं। पानी का प्रेशर भी काफी कम है।

उन्होंने कहा कि जब से 42 करोड़ की लागत से निर्मित बौह-दरीणी ग्रेविटी प्रोजेक्ट बंद पड़ा है तब से लेकर पानी की समस्या चल रही है। लोगों ने कहा कि टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है जिससे आर्थिक परेशानी हो रही है। लोग दूरदराज से सिर पर घड़े उठाकर पानी लाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या बारे बार-बार जल शक्ति विभाग को अवगत करवाया जाता है लेकिन समस्या का हल नहीं हो पा रहा है। लोगों ने अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी है कि अगर दो-दिन के भीतर पानी की समस्या का हल न हुआ तो गुरुवार को खाली वर्तन लेकर अधिशाषी अभियंता कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इसके बाद एसडीएम जवाली को भी ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि अतिशीघ्र पेयजल समस्या का हल किया जाए।

अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा के बोल
इस बारे में जल शक्ति विभाग जवाली के अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा ने कहा कि समस्या का जल्द से जल्द हल करवाया जाएगा।