परवाणू से कामली ग्रामीण-औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ती सडक़ खस्ताहाल

निजी संवाददाता-परवाणू
परवाण से कामली, खड़ीन ग्रामीण और औद्योगिक क्षेत्र को जोडऩे वाली सडक़ की हालत सालों से बहुत ही भयानक स्थिति में है। इस सडक़ पर कई ग्रामीण इलाके और कई बड़ी और छोटी औद्योगिक ईकाइयां स्थित हैं। इतना ही नहीं इसी परवाणू से कामली रोड़ पर लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर एक निजी स्कूल है। इस विद्यालय में सैकड़ों बच्चे हर रोज परवाणू से कामली इसी सडक़ से बसों और अन्य वाहनों के माध्यम से पढऩे आते हैं। ऐसे में कामली सडक़ का दुरुस्त न होना इन सभी स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के लिए बहुत घातक बना हुआ है। सडक़ की स्थिति ऐसी है की इस सडक़ पर कभी भी कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता है। परवाणू से कामली खड़ीन क्षेत्र में आए दिन लगे उद्योगों के भी भारी भरकम वाहन आते जाते हैं, जिन्हें इस सडक़ से उद्योगों में पहुंचने के लिए बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

वहीं एक बार फिर स्थानीय स्कूल प्रबंधन, औद्योगिक इकाइयों एवं स्थानीय ग्रामीणों ने सडक़ को दुरुस्त करने और औद्योगिक दृष्टि से सडक़ का निर्माण किए जाने की मांग उठाई है। ग्रामीणों का कहना है की यदि सडक़ जैसी मूलभूत सुविधा नहीं तो फिर नेताओं को वोट भी नहीं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है की सालों से सभी पार्टियों के लोग इस सडक़ से होते हुए वोट मांगने आते है और लोगों को झूठा आश्वासन देकर चले जाते है। इस बार नेताओं को जवाब देने का मन लोगों ने बना लिय है। प्रदेश के जिला सोलन से प्रदेश सरकार को सबसे अधिक रिवेन्यू मिलता है, परंतु जिला सोलन के सबसे पुरानी औद्योगिक कस्बे और इसके आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह रोड सुविधा नहीं है और जहां है उन सडक़ों का भी बहुत बुरा हाल है। सडक़ जैसी मूलभूत सुविधाएं न होने के कारण उद्योग यहां से पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। अब सरकार और प्रशासन की नींद कब खुलती है यह देखना भी दिलचस्प होगा।