शरद-उत्सव से संस्कृति को लगे पंख

विभागीय प्रदर्शनियां, पारंपरिक कलाकृतियां हस्तशिल्प-हथकरधा, स्थानीय व्यंजन, तीरअंदाजी, बुनाई, रस्साकसी, बैडमिंटन, वॉलीबाल, आइस स्केटिंग, स्नो-स्की और स्नो बोर्ड स्नो मैराथन का आकर्षण

जिला संवाददाता-केलांग
जिला प्रशासन द्वारा उदयपुर उपमंडल में द्वितीय चरण में शरद उत्सव का आयोजन किया गया। उदयपुर में आयोजित शरद उत्सव में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त लाहुल-स्पीति राहुल कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उपमंडल अधिकारी नागरिक केशव राम ने मुख्यातिथि को टोपी एवं खतग पहना कर स्वागत किया। उपायुक्त राहुल कुमार ने आयोजन को लेकर उप मंडलीय प्रशासन व स्थानीय लोगों को बधाई देते हुए कहा कि इस क्षेत्र की अनूठी संस्कृति अपने आप में एक अलग पहचान लिए हुए हैं। इसके संरक्षण व संवर्धन को लेकर प्रशासन भी प्रयासरत है। विश्व के पर्यटन मानचित्र पर एक अलग मुकाम हासिल करने के लिए जिला लाहौल-स्पीति में कई गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं और इसी कड़ी में यहां पर शरद उत्सव का भी आयोजन किया गया। उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि की जिला में धार्मिक पर्यटन एवं स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा दिए जाने के उददेश्य से स्नो-फेस्टिबल लाहुल शरद उत्सव का प्रथम चरण में केलांग में सफल आयोजन किया गया था। तृतीय व चतुर्थ चरण का शरद उत्सव की तिथियां भी जल्द निर्धारित की जाएगी।

उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि शरद उत्सव केलांग व उदयपुर में मुख्य आकषर्ण है, जिसमें विभागीय प्रदर्शनियां, पारंपरिक कलाकृतियां हस्तशिल्प और हथकरधा, स्थानीय पारंपरिक लजीज व्यंजन के स्टॉल, हिमशिल्प, तीरअंदाजी, बुनाई, रस्साकसी, बैडमिंटन वॉलीबाल, आइस स्केटिंग, स्नो स्की और स्नो बोर्ड स्नो मेराथन, पारंपरिक संगीत, महिला मंडल व युवक मंडलों के रंगारंग स्थानीय लोक नृत्य मुख्य आकर्षण के केंद्र रहे हैं। स्थानीय कलाकारों को यहां पर बेहतरीन मंच प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यहां के परंपरागत लोक नृत्य एवं मधुर स्वर लहरियां, वेशभूषा एवं परिधान पर्यटकों को सहज ही आकर्षित कर रही हैं और लोगों की सक्रिय सहभागिता भी सुनिश्चित बनाई जा रही है। शरद उत्सव के शुभारंभ से पूर्व मृकुला माता मंदिर में उपायुक्त ने शीश नवाया और शोभायात्रा की भी अगुवाई की और शोभायात्रा में सैकड़ो ग्रामीणों ने विशेष कर स्थानीय महिलाओं द्वारा स्थानीय परिधानों में सज-धज कर लिया तथा खेल मैदान में लगी विभिन्न विभागों, स्वयं सहायता समूह व महिला मंडलों की विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। कार्यक्रम में एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा, परियोजना अधिकारी एकीकृत जनजातीय विकास विभाग मनोज कुमार, वन मंडल अधिकारी अनिकेत वानवे सहित अन्य अधिकारी सैकड़ो की तादाद में ग्रामीण लोग मौजूद रहे।

लाहुल-स्पीति में पर्यटन की अपार संभावनाएं
जिला लाहुल-स्पीति में पर्यटन की अपार संभावनाओं को मध्यनजर रखते हुए और इस क्षेत्र की अनछुए पर्यटन स्थलों को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर उजागर करने की दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा कई गतिविधियां करवाई जा रही हैं। वर्ष भर में यहां कई मेले, त्यौहार व उत्सव मनाए जाते हैं लेकिन शरद ऋतु में प्राचीन काल से इस देवधरा में धार्मिक रीति-रिवाजों का निर्वहन व अपनी अनूठी संस्कृति को लेकर हर एक जनपद में बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ तीज, त्योहार व मेले आयोजित किए जाते हैं। धार्मिक पर्यटन व शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने हेतु जिला प्रशासन द्वारा शरद ऋतु में मनाए जाने वाले इन त्योहारों के संग पर्यटकों की आमद बढऩे के लिए प्रयासरत है। ताकी इस क्षेत्र में रोजगार को और बढ़ावा मिल सके और लोग यहां की वैभवशाली संस्कृति को जान सके।